पुणे सीनियर इंजीनियरिंग यार्ड का मामला
३० का हुआ कोविड जांच, चार की रिपोर्ट निकली पॉजिटिव
पुणे। कोरोना वायरस का डर तो लगभग सभी के अंदर समाया हुआ है। इसके बावजूद पुणे सीनियर सेक्सन इंजीनियरिंग यार्ड में कार्यरत ट्रैकमैन मेंटेनर भय को तिलांजलि देते हुए एक कर्मयोगी की तरह अपने कार्यों को पूर्णत: अंजाम देने में तनिक भी पीछे नहीं हटते। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी का फर्ज क्या प्रशासन बखूबी निर्वहन कर रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों इस यार्ड में कार्यरत १६७ कर्मचारियों में ३० का कोविड जांच किया गया, जिसमें चार लोग संक्रमित पाए गए, जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है।
गौरतलब हो कि सीआरएमएस की पुणे शाखा के एस.पी. सिंह के अनुसार गाडिय़ां न के बराबर चलने के कारण यार्ड में यातायात ब्लॉक उपलब्ध है। साथ ही यार्ड में कार्यरत मेंटेनेर का प्रयोग विभाग की तरफ से वीसीएम मशीन, डीयोमैटिक मशीन, डीजीएस मशीन, यूनीमेक एवं सीओबी क्रेन के काम पर लगाया जाता है। इस दौरान सोशल मेंटेन नहीं हो पाता, जिसके कारणचार कर्मी संक्रमित हो गए। प्रशासन को चाहिए कि गाडिय़ों को चलाने के जो आवाश्यक मेंटेन काम है, वही कराए न कि स्पेशल ट्रैक मेंटेन का काम कराए। दूसरी तरफ यह तश्वीर भी बयां कर रही है कि ट्रैकमैन के साथ सोशल डिंस्टेंसिंग कितना मेंटेन किया जा रहा है बताने की जरू रत नहीं है।