केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA) का सरकार द्वारा रोकने के निर्णय पर जहां नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन (NFIR) ने तत्काल 4 प्रतिशत DA करने के संबंध में वित्तमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है, वहीँ WCRMS एवं CRMS के अध्यक्ष डॉ.आर.पी भटनागर जी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के चलते रेल कर्मचरियों ने जान हथेली पर लेकर अपने बुलंद हौसलों के साथ देश की सेवा की, यह निर्णय न्यायसंगत नही है और रेल कर्मियों के ऊपर कुठाराघात है।
ज्ञात हो की 6 माह में महंगाई भत्ता देने का प्रावधान है। कोरोना जैसी महामारी में भी अपनी रेल सेवा और मानव सेवा निरंतर जारी रखने के बावजूद संघ के पदाधिकारियों ने इस निर्णय का विरोध किया है।
NFIR के महामंत्री डॉ. एम. राघवैया ने वित्तमंत्री व प्रधान मंत्री को पत्र लिखकर जल्द से जल्द 4 प्रतिशत DA भुगतान की मांग की है। इसी तरह CRMS के महामंत्री प्रवीण बाजपाई और WCRMS के महामंत्री अशोक शर्मा ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताया है।