कर्मचारियों में फूटा गुस्सा
कोटा। वेस्ट सेन्ट्ल रेलवे मजदूर संघ कोटा मण्डल के तत्वावधान में 7 अगस्त को मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय कोटा के समक्ष इन्जीनियरिंग विभाग की 10 सूत्रीय समस्याओं को लेकर एक द्विवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।
गौरतलब हो कि वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ कोटा मण्डल के मण्डल सचिव अब्दुल खालिक ने बताया कि संघ द्वारा इन्जीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों की 10 सूत्रीय समस्याओं के निराकरण हेतु 29 जुलाई को प्रशासन को अवगत कराया गया था, किन्तु एक सप्ताह का समय व्यतीत होने के बाद भी रेल प्र्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिसके कारण इन्जीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों में काफी आक्रोश था एवं डीआरएम आफिस के समक्ष 7 अगस्त को एक द्विवसीय धरना प्रदर्शन कर रेल प्रशासन की आंखें खोलने का काम किया गया।
ज्ञात हो कि धरने के उपरान्त मण्डल रेल प्रबंधक पंकज शर्मा के साथ हुई बैठक में मण्डल सचिव अब्दुल खालिक ने विस्तार से सभी समस्याओं से अवगत कराया एवं कहा कि रेल प्रशासन द्वारा इन्जीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं पर उदासीन रवैया होने के कारण अभी तक उनका निराकरण नहीं हो पाया है। यदि इसी प्रकार का रवैया रहा तो संघ द्वारा आन्दोलन को और उग्र किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 10 सूत्रीय मांगों में इन्जीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों को 2400 व 1900 ग्रेड पे में लाभ दिनांक 08.03.2019 से दिया जाना है, किन्तु एक वर्ष से अधिक का समय व्यतीत होने के कारण भी अभी तक रेल प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के पदोन्नति आदेश जारी नहीं किये गये हैं। रेल प्रशासन द्वारा रेलवे कॉलोनी कोटा के पानी भरण को रोकने के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं किये हैं, जबकि रेल अधिकारी कॉलोनी में पानी निकासी हेतु पक्की नालियां बनवा दी गई हैं। रेलवे आवासों की मरम्मत के लिए जोन में स्वीकृत राशि को अन्य स्थान पर लगा दिया गया है। इन्जीनियरिंग विभाग में स्वयं की प्रार्थना पर एक डिपो से दूसरे डिपो में स्थानान्तरण हेतु कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। यही नहीं लॉकडाउन में डयूटी पर उपस्थित नहीं होने वाले कर्मचारियों के लिए विशेष अवकाश स्वीकृत करने में इन्जीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों का मुद्दा भी शामिल है।