दिनांक 21 22 सितंबर 2020 को एनएफआईआर की 232 वी वर्किंग कमिटी मीटिंग वर्चुअल की गई इस मीटिंग में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेंस के एक सौ सदस्यों ने भाग लिया जोकि 17 जोनल रेलवे एवं 6 प्रोडक्शन यूनिटों के कार्यकर्ता थे प्रमुखता है वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ एवं सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के प्रेसिडेंट एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ आर पी भटनागर जी ने भी अपने दोनों रेलों के पदाधिकारियों के साथ में इस मीटिंग में भाग लिया इस मीटिंग में डॉ आर पी भटनागर जी ने सर्वप्रथम फेडरेशन के उपाध्यक्ष एवं वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री स्वर्गीय दादा माहुरकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए साथ ही नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन के महामंत्री डॉक्टर एम राघवैया को कुशल एवं समृद्ध वह बुद्धिमानी के साथ साफ सभी मापदंडों को निस्वार्थ भाव से बिना विवाद के महामंत्री के रूप में 25 वर्ष पूरा करने पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी और आगे भी फेडरेशन का कार्य उनके कुशल नेतृत्व में अच्छी तरह से चलता रहेगा ऐसी भावनाएं व्यक्त की एवं आज करोना काल चल रहा है इस करो ना काल में जब लोग घरों के अंदर थे तब नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन कार्य कर रहा था जिसमें हमारे महामंत्री राघवैया जी एवं एनएफआईआर सेक्रेटेट पूर्ण ईमानदारी के साथ रेल कर्मचारी एवं जनमानस की सेवा में लगा हुआ था इसके लिए सभी को साधुवाद एनएफआईआर करोना वैश्विक महामारी में बहुत अधिक मेहनत कर रहा है आज रेल की एवं रेल मजदूरों की विषम परिस्थितियां चल रही हैं उनमें भी हमारे रेलकर्मी लगातार महामारी के चलते कार्य कर रहे हैं सरकार द्वारा घोषित विभिन्न लाभों से एवं बीमा पॉलिसी से रेल कर्मचारियों को बाहर रखा गया है जोकि बहुत दुख का विषय है साथ ही डी ए व डीआर को फ्रीज़ किया गया है वह भी अति निंदनीय है सरकार द्वारा फेडरेशन एवं जेसीएम के माध्यम से यह कहा गया था कि आगामी भविष्य में रेलवे में निजीकरण या अन्य कोई भी कार्य किया जाएगा तो फेडरेशन को पहले बात की जाएगी लेकिन आज देखने में आ रहा है की सरकार अपनी तुगलकी फरमान जारी करता जा रहा है और किए गए वादों पर सरकार खरी नहीं उतर रही है क्योंकि हर क्षेत्र में अपने मनचाहे फैसले करते जा रहे हैं इस पर विराम लगना चाहिए सरकार द्वारा पूर्व में हमेशा स्टैंडिंग कमेटी जेसीएम डीसी जेसीएम एवं अन्य दूसरे फोरम पर अतीत एवं डायलॉग बंद कर दिए गए हैं जो कि श्रम क्षेत्र में श्रम संगठन एवं तमाम मजदूर शक्ति के लिए बहुत ही अशोभनीय कार्य किया जा रहा है लोकसभा में आईआर बिल पास कर लिया गया है वह भी बहुत निंदनीय है अतः आवश्यकता है कि नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन अति शीघ्र कोई ठोस कदम उठाने के लिए कार्यक्रम बनाएं इस अवसर पर वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री एवं एनएफआईआर के सहायक महामंत्री श्री अशोक शर्मा ने अपने उद्बोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि आज हमारे महामंत्री डॉक्टर एम राघवैया जी भारतीय रेल को बचाने के लिए प्रयासरत है परंतु देखने में आ रहा है की 105 रूटों पर प्राइवेट ऑपरेटर्स को ट्रेन चलाने के लिए नीति आयोग द्वारा निर्देश दिए गए हैं साथ में 15% व वैकेंसी पोस्टों को सिलेंडर करने एवं मनमाने ढंग से रेलवे के संचालन करने के लिए सीआरबी श्री वीके यादव को सीएओ बना दिया गया है रेलवे में आज स्पेलिंग के आदेश विभिन्न कैडरों को मर्ज करना आदि तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं आज पूरे भारतवर्ष में करोना कॉल के पश्चात हवाई जहाज मेट्रो रेल एवं बस ट्रांसपोर्ट वह सभी बाजार खोले जा चुके हैं परंतु भारतीय रेल को खासकर पैसेंजर ट्रेन को बंद कर के बैठे हुए हैं जो कि उसके पीछे भारत सरकार का कुछ अलग एजेंडा नजर आ रहा है सम्भावना हो सकती हैकि आगामी भविष्य के लिए प्राइवेट ऑपरेटर्स के लिए निजी ट्रेनों को रूट देने के लिए नया समय सारणी पर्दे के पीछे तैयार की जा रही हो . रेल कर्मचारी एवं रेलवे की नाकामयाबी को सरकार गलत ढंग से जनता के बीच लाना चाहती है इसका पुरजोर विरोध किया जाए आज सरकार कहती है कि पैसा नहीं है तो नया संसद भवन बनाने की अभी फिलहाल क्या जरूरत आ गई एवं जब सरकारी तंत्र जिन कार्यालयों में चल रहा है वहां पर नए भवन बनाने की क्या आवश्यकता पड़ी इन सभी पर रोक लगाई जाए रेलवे के स्क्रैप एवं अन्य दूसरे संसाधन जैसे बहुत सी महंगी जमीनों पर एंक्रोचमेंट हो रखा है उन्हें कार्य में लिया जा सकता है तथा अनावश्यक खर्चों को बंद किया जाना चाहिए इन सभी के लिए आज आवश्यकता है कि भारतीय रेल को बेचान करने से बचाने के लिए हमारे फेडरेशन को कोई कठोर निर्णय लेकर के आगे आना चाहिए करो या मरो की नीति पर कार्य करना पड़ेगा तब हम भारतीय रेल को बेचैन होने से बचा सकते हैं क्योंकि भारत के सम्मानीय प्रधानमंत्री जी ने अपने उद्बोधन में स्पष्ट रूप से बनारस में कहा था की रेलवे को मेरे से ज्यादा कोई नहीं जानता और अगर रेलवे के निजीकरण की बात की जाती है तो यह सिर्फ और सिर्फ एक ग्रुप मात्र है जिसके वीडियो हमारे पास उपलब्ध हैं अतः इस मीटिंग के माध्यम से मैं फेडरेशन को कहना चाहता हूं की हमारे सोशल मीडिया को भी सशक्त किया जाए इस मीटिंग में श्री राजेश पांडे मंडल अध्यक्ष भोपाल ने एनएफआईआर को धन्यवाद प्रेषित किया की एल आई का स्टेप इन अप आपके माध्यम से सभी जोनों में कहना चाहता हूं कि रेल के निजीकरण को थोपने काइस करोना काल का फायदा उठाते हुए सरकार अपना एजेंडा पूरा करती जा रही है अतः इसे रोकने के लिए हमें ठोस कदम उठाने चाहिए अब समय बहुत कम बचा है करोना कॉल में हमारे प्रेसिडेंट डॉ आर पी भटनागर जी के नेतृत्व में तमाम रेल कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार सुविधाएं उपलब्ध कराने में वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ की अहम भूमिका रही है इस अवसर पर वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ कोटा के मंडल अध्यक्ष जीपी यादव ने अपने उद्बोधन रखते हुए सर्वप्रथम दादा माहुरकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए एवं डॉ राघवैया जी को कुशल नेतृत्व करते हुए एन एफ आई आर के महामंत्री के रूप में 25 वर्ष जुलाई माह में निर्विवाद पूरे करने पर उन्हें बधाई प्रेषित की एवं अवगत कराया कि आज हमारी इस वर्चुअल मीटिंग में जो एजेंडा रखा गया है उसमें रेल के निजीकरण एवं खासकर पैसेंजर ट्रेन को निजी हाथों में देना सीक्रेट वैलेट 2007 2013 के अनुसार मॉडल इटी पर होने चाहिए आईआर बिल के लिए अपने अपने क्षेत्र के एमपी से बात करने आदि एजेंडे में शामिल किया गया था जिसमें आज भारतीय रेलवे पैसेंजर ट्रेन का प्राइवेट ऑपरेटर स्कोर देने के लिए सरकार नीति आयोग एवं पीएमओ के आदेशों की पालना करते हुए आगे बढ़ रहे हैं जोकि अति निंदनीय है श्रम कानूनों में बदलाव सरकार मनमाने ढंग से करोना कालका गलत ढंग से फायदा उठाते हुए रेलवे में मनमाने फैसले लिए जा रहे हैं मल्टी स्केलिंग पोस्ट सिलेंडर आदि प्रक्रिया अभी पुरजोर तरीके से की जा रही है जो कि आने वाले भविष्य के लिए रेलकर्मी एवं रेल उद्योग के लिए बहुत ही अशोभनीय एवं दयनीय है इस पर हमें सभी को एकजुट होकर के हमारे फेडरेशन के माध्यम से ठोस रणनीति तैयार करते हुए कर्मचारियों के पास जाना चाहिए एवं उनकी भावनाओं को जानते हुए आगे की रणनीति तैयार करके जीतने की दिशा में कार्य करना चाहिए को बचाने के लिए कठोर कदम उठाना अति आवश्यक है आज करो ना काल में वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के प्रेसिडेंट डॉ आर पी भटनागर जी के कुशल नेतृत्व में तीनों मंडलों पर करोना वैश्विक महामारी के चलते भारतीय रेल का सुगम संचालन चलता रहा हमारे कर्मचारी सभी जगह कार्य करते रहे जबकि सारी दुनिया एवं भारत के नागरिक अपने घरों में बंद थे ऐसी विषम परिस्थितियों में कार्य करने वाले रेल कर्मचारी एवं उनके परिवार की बेहतरी के लिए जहां पर भी आवश्यकता हुई वहां पर संभव है कर्मचारियों को सुविधाएं मास्क का वितरण सेनीटाइजर वितरण साबुन वितरण एवं हैंड ग्लव्स वे अन्य करुणा से बचाव के काढ़ा पिलाना होम्योपैथिक दवाएं उपलब्ध कराना व रेल कर्मचारियों के उपचार के लिए रेलवे अस्पतालों में बेड उपलब्ध कराना तथा असहाय लोगों के लिए ऐसे अवसर पर भोजन की व्यवस्थाएं करवाना जिसमें प्रमुखता तीनों मंडलों में जबलपुर भोपाल इटारसी कटनी व कोटा मंडल के गंगापुर सिटी भरतपुर सवाई माधोपुर मैं रोटी बैंक के माध्यम से व कोटा एवं शामगढ़ में में संघ कार्यकर्ताओं के माध्यम से खाद्य सामग्री का वितरण लंबे अंतराल तक मानवता की सेवा में डॉक्टर भटनागर जी द्वारा करवाया गया पूर्व में भी वह हर आपदा में अपना योगदान संगठन के माध्यम से करते रहे हैं दिन में मैं यह भी बताना चाहता हूं कि विगत 21 मार्च 2020 को सम्मानीय डॉक्टर आर पी भटनागर जी की पत्नी का स्वर्गवास लंबी बीमारी के पश्चात हो गया था और 24 तारीख से संपूर्ण लॉकडाउन होने पर पूरा देश बंद था परंतु फिर भी डॉक्टर भटनागर 8 अप्रैल से पुनः कार्य पर आ गए और हमारे सोशल मीडिया को काम में लेते हुए तमाम कैडर से समय वध मीटिंग चालू कर दी जिसमें सोशल मीडिया को संचालित कर रहे सीआरएमएस एवं डब्ल्यू सी आर एम एस के मीडिया प्रभारी श्री अमित भटनागर द्वारा विशेष सहयोग दिया गया जिसमें सेंट्रल ऑफिस मीटिंग मुख्यालय कार्यकारिणी मीटिंग मंडल परिषद मीटिंग एवं कैटेगरी वाइज सेमिनार का आयोजन हो. डॉक्टर भटनागर द्वारा 350 लोगों की मीटिंग सफलतापूर्वक बिना किसी रुकावट के की गई मैं इस अवसर पर एनएफआईआर के महामंत्री जी को कहना चाहता हूं कि एनएफआईआर के सोशल मीडिया को सशक्त किया जाए जिससे हमारी आज के परिपेक्ष में वर्चुअल मीटिंग इत्यादि अच्छे ढंग से संपन्न कराई जा सके एवं आगामी भविष्य में सोशल मीडिया के माध्यम से रेल कर्मचारियों को एवं श्रम शक्ति हो जागरूक किया जा सके हमारी रेलवे में डॉक्टर भटनागर जी ने प्रशासन के साथ मुख्यालय स्तर की स्थाई वार्ता तंत्र वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से संपन्न करवाई जा रही हैं नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मैन को आज आवश्यकता है कि वह भारतीय श्रम शक्ति एवं भारतीय रेल को बेचान से बचाने के लिए सशक्त एवं कठोर कदम उठाया