कब थमेगा मौत का तांडव… उत्कल एक्सप्रेस हादसा

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प्राथमिक जांच के बाद रेलवे के चार अधिकारी निलंबित, तीन को भेजा गया छुट्टी पर
नई दिल्ली, यूपी में मुजफ़्फ़ऱनगऱ के पास खतौली में १९ अगस्त को हुए ट्रेन हादसे पर कार्रवाई की गई है. रेलवे ने तीन शीर्ष अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया जिसमें एक सचिव स्तर के रेल बोर्ड के अधिकारी शामिल हैं. इसके अलावा चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया और एक का स्थानांतरण कर दिया गया. रेलवे ने बताया कि उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में रेलगाड़ी के पटरी से उतरने के मामले में रेलवे बोर्ड में सदस्य (इंजीनियरिंग), उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक और डिविजनल क्षेत्रीय प्रबंधक (दिल्ली) को छुट्टी पर भेज दिया गया है. रेलवे ने अपने चार अधिकारियों वरिष्ठ डिविजनल इंजीनियर, सहायक इंजीनियर, पटरियों की मरम्मत के उत्तरदायी एक वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर और एक कनीय अभियंता को निलंबित किया है. रेलवे ने कार्रवाई के तहत उत्तर रेलवे के मुख्य ट्रैक इंजीनियर का स्थानांतरण कर दिया. खतौली में कल शाम रेलगाड़ी के पटरी से उतरने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई और अभी तक 150 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं जिनमें 26 की हालत गंभीर है.
विभागीय आरोप-प्रत्यारोप के बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घटना की जांच के आदेश दे दिए थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि रविवार शाम तक प्रथम दृष्टया साक्ष्यों के आधार पर इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली जाएगी. १९ अगस्त की शाम को हुई इस घटना में 21 लोगों की मौत हुई है और 100 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे. रेलवे ट्रैफिक के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने कहा था, उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के मामले में रेलवे आयुक्त (सुरक्षा) सोमवार से विस्तृत जांच शुरू करेंगे. दोषी पाये जाने पर अपने कर्मचारियों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ मरम्मत का काम जारी था, जिसके चलते संभवत: उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतरी. रेलवे आयुक्त, सुरक्षा अपनी विस्तृत जांच में यह सुनिश्चित करेंगे कि रेलवे पटरी पर किस प्रकार का मरम्मत का काम चल रहा था. दरअसल स्थानीय लोगों के मुताबिक ट्रैक पर काम चल रहा था. ट्रेन आने से पहले मरम्मत का काम करने वाले ट्रैक से हट गए. इस पर खतौली स्टेशन के सुपरिटेंडेंट राजेंद्र सिंह ने कहा कि हमको किसी ट्रैक रिपेयर की जानकारी नहीं थी. अगर कोई रिपेयर का काम होगा तो वो इंजीनियरिंग विभाग को पता होगा, हमको जानकारी नहीं थी. हमारी ओर से कोई गलती नहीं हुई, कोई सिग्नल गलत नहीं दिया गया.

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