रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अशोक मित्तल ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि उनका इस्तीफा स्वीकार हुआ है या नहीं.
आपको बता दें कि 31 जुलाई 2016 को मित्तल का कार्यकाल खत्म होना था. लेकिन मोदी सरकार ने उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया था. ए के मित्तल को 31 दिसंबर, 2014 को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. चेयरमैन चुने जाने से पहले मित्तल रेलवे बोर्ड में सदस्य थे. भारतीय रेलवे स्टोर्स सेवा के 1976 बैच के अधिकारी मित्तल ने रेलवे में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है.
31 जुलाई 2016 को उनका कार्यकाल खत्म होना था. लेकिन मोदी सरकार ने उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया था. आपको बता दें कि ए के मित्तल को 31 दिसंबर, 2014 को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. चेयरमैन चुने जाने से पहले मित्तल रेलवे बोर्ड में सदस्य थे. भारतीय रेलवे स्टोर्स सेवा (आईआरएसएस) के 1976 बैच के अधिकारी मित्तल ने रेलवे में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है. मित्तल का कार्यकाल जुलाई, 2018 में खत्म होना था. अगर मित्तल जुलाई 2018 तक रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बने रहते, तो एफ सी बधवार को पीछे छोड़ देते. बधवार 1951-54 यानी तीन सालों तक रेलवे बोर्ड के चीफ रहे थे. इसके अलावा मित्तल सेंट्रल रेलवे में बतौर जनरल मैनेजर एक साल से ज्यादा काम कर चुके हैं. वो फ्रांस और अमेरिका में ट्रेनिंग भी ले चुके हैं.