21 साल पूर्व गोंडा से गायब रेलवे कर्मी मोहम्मदाबाद में मिला। रेलवे कर्मी को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया गया। पत्नी की तहरीर पर थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई। सात साल तक पता न चलने पर रेलवे ने पत्नी को पेंशन और बेटे को अनुकंपा में नौकरी दे दी थी। जहानगंज थानाक्षेत्र के गांव खुरू नगला निवासी ब्रजराज सिंह गोंडा में रेलवे में नौकरी करता था। वर्ष 1994 में ब्रजराज सिंह अचानक गायब हो गया। पत्नी परिवार समेत गांव खुरू नगला में आकर रहने लगी। बुधवार को गांव के लोग मोहम्मदाबाद गए थे तो चौराहे पर ब्रजराज को देख ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जहानगंज पुलिस ने ब्रजराज सिंह से पूछताछ करने के बाद इसकी पत्नी को जानकारी दी।
पत्नी विद्यादेवी की तहरीर पर पुलिस ने ब्रजराज की गुमशुदगी दर्ज की। विद्या देवी ने बताया कि पति ब्रजराज 1994 में गायब हुए थे। इसकी सूचना रेलवे में 9 मई 1996 में दर्ज कराई थी। पति की जानकारी न होने पर जहानगंज थाने में पति के गायब होने की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए 12 अक्तूबर 1997 को थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने पति के गायब होने की गुमशुदगी दर्ज नहीं की थी। जहानगंज थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि रेलवे कर्मी को लेकर उसके घर गया था। पत्नी ने बताया कि 1996 में गोंडा जीआरपी में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। सात साल तक पति का पता न लगने पर पुत्र को रेलवे मेें नौकरी मिल गई और उसको पेंशन मिल रही है।