रेल मजदूरों के लिए कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है, मजदूर संघ : भटनागर

0
20
जबलपुर, पश्चिम मध्य रेलवे की स्थापना हुए 15 साल हो चुके हैं, इसके साथ ही मजदूर संघ की भी स्थापना को भी इतने ही वर्ष बीत चुके हैं. मजदूर संघ अपने स्थापना काल के समय से ही रेल कर्मचारियों की हर समस्या के निदान के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है.
यह बात पमरे मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ. आरपी भटनागर ने पत्रकार वार्ता में कही. इस मौके पर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा, सीएम उपाध्याय, सतीश कुमार, एसके वर्मा भी मौजूद रहे. डॉ. आर.पी. भटनागर ने बताया कि पश्चिम मध्य रेल भारतीय रेल का एक महत्वपूर्ण जोनल रेलवे है एवं वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ इसकी उत्तरोत्तर प्रगति के साथ-साथ रेल कर्मचारियो एवं उनके परिवार के संर्वागीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है. विपरीत परिस्थितियों में दिन-रात काम करके निर्वाधपूर्ण रेल संचालन सुनिश्चित करने में रेल कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभाता है. लाखो रेलकर्मचारी 12 घंटो से अधिक घंटों की ड्यूटी न्यूनतम सुविधा होने के बावजूद निभाता है. इसी प्रकार सुपरवाईजर्स कर्मचारी 24 घंटे तक लगातार ड्यूटी करता है. डब्ल्यू.सी.आर.एम.एस./ एनएफआईआर ने एनपीएस को लेकर सरकार पर बनाया दबाव के कारण सरकार को एन.पी.एस में अपनी भागीदारी 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत और पीएफ से निकासी 60 प्रतिशत तक करने का निर्णय लेना विवश होना पड़ा, लेकिन एनपीएस की समाप्ति के लिए संघर्ष जारी है. साथ ही दिल्ली सरकार ने एनपीएस को समाप्त करने की पहल का भी एनएफआईआर स्वागत करता है जिससे अब केन्द्र सरकार पर हम एनपीएस का खत्मा करने का दबाव बना रहे हैं. श्री भटनागर ने बताया कि मजदूर संघ के प्रयासों से जीडीसीई की वैकेंसी को 55 से बढ़ाकर 306 करवाया गया, जिसमें 68 पद एएसएम, 53 गार्ड, 66 सीनी. टीसी, 32 पद जूनियर टीसी, 36 पद वरिष्ठ लिपिक, 7 ट्रेन क्लर्क, 44 पद जूनि. क्लर्क -शामिल है. 13 अप्रेल को एन.सी. जे.सी.एम की बैठक रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली में आयोजित हुई, जिसमें एनएफआईआर के प्रतिनिधि कर्मचारियों की कई ज्वलंत मुद्दों को एनएफआईआर के महामंत्री डॉ. एम. राघवैय्या व कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनागर के नेतृत्व में उठाया गया.

Leave a Reply