संघ के साथ चलो : कविता

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एम.एल. तुंबडे

संघ के साथ आगे बढ़ते चलो-रेल कर्मी को जोड़ते चलो 
भला हो जिसमें रेल कर्मी का-वो काम सब किए चलो।।
संघ के साथ मिलके-कदम से कदम आगे बढ़ाते चलो 
संघ की अपार शक्ति से रेल कर्मी का विकास करते चलो।।
संघ के साथ आगे बढ़ते चलो… 
एकता के कड़ी में जाति-पंथ की बात ना हो
भाषा, प्रांत के लिए एकजुट में कभी टूट न हो
आपस में कभी बैर न हो, बैर को मिटाते चलो
भला हो जिसमें रेल कर्मी का-वो काम सब किए चलो।।
संघ के साथ आगे बढ़ते चलो… 
आ रही है संघ के ओर से पुकार-हम करेंगे कार्य रेल के लिए अपार 
जो भी मिले संघ की ओर से कार्य-मेहनत ओर लगन से करते चलो। 
सच की राह पर चलते चलो-रेल कर्मी को जोड़ते चलो
अगर हो अन्याय तो, न्याय के लिए संघर्ष करते चलो
भला हो जिसमें रेल कर्मी का-वो काम सब किए चलो।।
संघ के साथ आगे बढ़ते चलो… संघ के साथ आगे बढ़ते चलो…

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