भगत की कोठी ट्रेन में 28 नवम्बर को चोरी की बड़ी वारदात ने जीआरपी से लेकर पुलिस की नींद उड़ा दी है। शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे शहर के 2 परिवार इस वारदात का शिकार हुए हैं। उनके 4 लाख रुपए नकद, करीब 7 हजार के सोने–चांदी के जेवरात चोर ले उड़े। जीआरपी ने वारदात के पैटर्न से साफ किया है कि यह हरियाणा का साहसी गैंग है, जो चलती ट्रेन में की एसी बोगियों में सफर कर रहे यात्रियों को निशाना बनाता है।जीआरपी ने चोरी का अपराध दर्ज किया है।
शंकर नगर निवासी प्रशांत दिवाकीर्ति का परिवार उज्जैन से वापस आ रहा था, जबकि मारुति हाइट्स निवासी संजय बजाज अपने परिवार के साथ जयपुर से शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। ये भगत की कोठी ट्रेन की एसी–टू बोगी में थे।
पावर हाउस के बाद दोनों परिवार के सदस्य अपना–अपना लगेज (सामान) गेट पर लाने लगे, तभी एसी–वन से 30 से 40 साल के 8-10 व्यक्ति दौड़ते हुए पहुंचे और सबको घेरकर खड़े हो गए। दिवाकीर्ति परिवार से उनकी बहस भी हुई। फिर कहने लगे– ‘आपका सामान गेट तक पहुंचाना है तो पहुंचा देते हैं।“
एक–दो बार मना करने पर जब वे जिद करने लगे तो मदद ले ली और इसी मदद का झांसा देकर इन्होंने दिवाकीर्ति परिवार के 6 लाख के गहने, जबकि बजाज परिवार के 4 लाख नगदी (1-1 हजार के पुराने नोट) और सवा लाख के गहनों पर 15-20 मिनट में हाथ साफ कर दिया। बजाज परिवार को तो स्टेशन पर ही नकदी चोरी का पता चल चुका था, जबकि दिवाकीर्ति परिवार जब घर पहुंचा और बैग चेक किया तो उनके होश उड़ गए। बैग न तो कटा था, न फटा और गहने गायब थे।