आम लोगों में रेलवे की नैतिक छवि को विकसित करने की मुहिम में रेलवे अपने अधिकारियों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने जा रहा है। इसके लिए रेलवे ने देश भर में अपने सभी जोनों को निर्देश दे दिया है। ये सभी जोन अपने अधिकारियों के लिए नैतिकता और ईमानदारी की कक्षाएं लगाएंगे। इन अधिकारियों को जन सेवा की स्थिति से निपटते वक्त ‘शायद’ के बजाय ‘हां या ना’ कहने की सीख दी जायेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरूवार को कहा कि इस तरह की पहली कक्षा रेलवे के सभी 17 जोनों से आने वाले 150 अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के लिये 27 जुलाई को रेल संग्रहालय में होगी। अधिकारी ने कहा कि इस कक्षा में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी मुख्य वक्ता होंगे। सभी जोनों में इस कक्षा का सीधा प्रसारण किया जाएगा। ये सभी कक्षाएं अधिकारियों के रवैये में बदलाव लाने के लिये आयोजित की जा रही हैं। नैतिकता और ईमानदारी इन कक्षाओं का मुख्य फोकस होगा। कर्मचारियों को शासन में नीतिपूर्ण व्यवहार की मूलभूत बातें सिखाई जाएंगी। इसमें वक्ताओं के रूप में पूर्व कैबिनेट सचिव प्रभात कुमार, पूर्व शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप और रेलवे बोर्ड के पूर्व सदस्य (यातायात) शांति नारायण को आमंत्रित किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक हर जोन में इन कक्षाओं के आयोजन के लिये जल्द ही पूरा कार्यक्रम तय किया जाएग।