रेलवे का तुगलकी फरमान
शताब्दी व राजधानी ट्रेनों में अगर आप टिकट बुक करते हैं तो आपको ना तो सीट की जानकारी मिलेगी और ना ही कोच की जानकारी मिलेगी। रेलवे सिर्फ इस बात की गारंटी देगा कि आपका टिकट कंफर्म है।ट्रेन का चार्ट बनने के बाद ही आपको पता चलेगा कि रेलवे ने कौन सी सीट आपके नाम की है। रेल मंत्रालय ने योजना बनाई है कि राजधानी और शताब्दी ट्रेन के लिए यात्रा टिकट की बुकिंग सिर्फ कंफर्म, आरएससी और वेटिंग टिकट मोड में दी जाएगी।
टिकट बुकिंग के समय यात्रियों को उनकी सीट लॉट नहीं की जाएगी। ट्रेन में अगर सीट खाली है तो टिकट पर सिर्फ कंफर्म लिखा हुआ जारी किया जाएगा। दरअसल, रेलवे का मानना है कि बर्थ पहले नामित करने पर वैसे यात्रियों को दिक्कत होती है जिन्हें उस जगह की जरूरत है और वो सीट किसी और को मिल जाए। खासकर अकेले यात्रा कर रही महिलाओं और बुजुर्गों को।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस नियम के लागू हो जाने से अकेले सफर करने वाली महिलाओं को एक कंपार्टमेंट में सीट मुहैया कराई जा सकती है। पुरुषों के बीच में अकेली महिला को यात्रा करने की मजबूरी नहीं होगी।इसी तरह बुजुर्ग जो बीच वाली सीट व ऊपर वाली सीट पर बैठने में असमर्थ होते हैं, उन्हें नीचे वाली सीट दी जा सकेगी। इसका एक और बड़ा फायदा होगा कि अगर आप अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे हैं और अलग–अलग टिकट की बुकिंग हुई है तो आपकों एक स्थान पर सीट मुहैया हो सकेगी।
इसके लिए आपकों रेलवे को पूर्व में जानकारी देनी होगी। रेल मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार जल्द ही इस नियम को लागू किया जाएगा। यह नियम फिलहाल एसी फर्स्ट क्लास में लागू है अब इसे एसी टू, थ्री व चेयर कार में भी लागू कर दिया जाएगा।