असम में 5 दिसम्बर को एक तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई। यह घटना मध्य असम के जोगीजान इलाके के निकट होजाई रेलवे स्टेशन के पास घटी। कन्याकुमारी से डिब्रूगढ़ विवेक एक्सप्रेस की चपेट में आने से इन हाथियों की जान गई। रेलवे की प्रवक्ता ज्योति शर्मा के मुताबिक यह हादसा उस समय हुआ जब हाथियों का एक झूंड रेलवे ट्रैक पर आ गया और ट्रेन की पटरी से टकरा गया। इस घटना के कारण ट्रेन आधे घंटे लेट हो गई। सोमवार को तीनों हाथियों के डेड बॉडी रेलवे की पेट्रोलिंग टीम ने बरामद की। वन विभाग के अधिकारी के मुताबिक मारे गए हाथियों में एक की उम्र 4 साल है, जबकि दो अन्य हथिनी व्यस्क थी और दोनों गर्भवती है।अधिकारी के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि दोनों गर्भवती थी।
सीपीआरओ ने बताया कि इस घटना से न तो ट्रेन ठप हुई और न ही कोई यात्री घायल हुआ है। यह घटना 4 दिसम्बर को आधी रात घटित हुई। इस हादसे से ट्रेन थोड़ा लेट हो गई थी लेकिन सोमवार को सही समय पर डिब्रूगढ पहुंची थी। जानकारी के मुताबिक यह इस साल की दूसरी घटना है जब तेजी से आती हुई ट्रेन से हाथियों की मौत हुई हो। कुछ समय पहले डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस से हाथियों की मौत हो गई थी। 27 सितंबर को असम–नागालैंड सीमा पर एक तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आकर दो हाथियों की मौत हो गई थी।
जून महीने में कोयंबटूर के माडुक्कराइ के मारापुलम में एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से 15 वर्षीय हथिनी की मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि हथिनी छह हाथियों के झुंड का हिस्सा थी जिसमें दो बच्चे भी शामिल थे। वह देर रात करीब डेढ़ बजे रेलवे ट्रैक को पार कर रही थी तभी बेंगलूरू–कोचूवेली एक्सप्रेस ट्रेन ने उसे टक्कर मार दी। पुलिस ने कहा कि टक्कर की वजह से हथिनी गिर पड़ी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ट्रेन के चालक ने माडुक्कराइ स्टेशन मास्टर को सूचित किया जिसने घटना के बारे में पुलिस को जानकारी दी।