पैसेंजर्स हो रही परेशानी
झांसी, यहां के रेलवे स्टेशन पर बीते एक महीने से स्टालों पर जनता भोजन और चाय नहीं मिल रही है। इससे यहां से आने-जाने वाले पैसेंजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है रेलवे की ऑफिस परचेजिंग कमेटी (ओपीसी) पर सवाल खड़े होने के कारण खाद्य सामग्री की खरीद नहीं हो पा रही है। इसके लिए जल्द ही नई नीति बनाई जाएगी।
रेलवे 15 रुपए में देता है जनता भोजन…
झांसी रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन अप और डाउन की करीब 150 ट्रेनों गुजरती हैं। साथ ही औसत 18 हजार यात्री जनरल टिकट और करीब पांच हजार यात्री आरक्षित टिकट पर यात्रा करते हैं। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए झांसी स्टेशन के एक से पांच प्लेटफार्मों पर रेलवे का कॉमर्स डिपार्टमेंट खुद आठ स्टाल और तीन ट्रालियों पर खानपान का सामान संचालित करता है। बता दें, प्लेटफार्म एक पर खुला भोजनालय और परिसर में खुला जन आहार ठेके पर चल रहा है। रेलवे अपने स्टालों पर 15 रुपए का जनता भोजन और पांच रुपए की चाय बेचता है। इसके अलावा पैकेट बंद नमकीन, चिप्स, बिस्किट और कोल्ड ड्रिंक भी बेचता है। रेलवे जनता भोजन और चाय खुद ही बनवाता है। इसके लिए उसकी एक ओपीसी नाम की कमेटी है, जो बाजार से सामान खरीदती है। पीआरओ रेलवे मनोज कुमार सिंह ने बताया, काफी समय से ओपीसी के सामान खरीद क्वालिटी पर सवाल खड़े होते आ रहे थे। इस कारण 5 जुलाई से जनता भोजन और चाय बेचना बंद कर दिया गया। अब सामान खरीदने के लिए नई नीति बनाई जा रही है। उम्मीद है कि एक हफ्ते में समस्या खत्म हो जाएगी।
रेलवे को हो रही राजस्व की हानि
झांसी स्टेशन पर रेलवे अपने स्टालों से प्रतिदिन औसत 500 जनता भोजन थाली और 1800 कप चाय की बिक्री करता है। रक्षाबंधन पर माल न आने के कारण स्टालों पर बंद पैकेट वाले आइटम भी कम हो गए हैं। इससे रेलवे को राजस्व को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है।