रेलवे में अपने नियमों में थोड़ा बदलाव किया है। ऐसे में जो लोग लोअर बर्थ, मिडिल बर्थ या फिर साइड लोअर पर यात्रा करते हैं, उनके लिए यह खबर बेहद महत्वपूर्ण है। दरअसल, इन तीनों बर्थ पर यात्रा करने वाले यात्रियों को अब ट्रेन में सोने के लिए 1 घंटे का कम समय मिलेगा। भले ही आप यह सुनकर चौंक जाएं, लेकिन रेलवे के नियम में हुए बदलाव से 1 घंटे कम सो सकेंगे आप।
नौकरी पेशा लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी, दोगुनी हुई टैक्स फ्री ग्रेच्युटी ये नियम बदला रेलवे ने नियम में बदलाव करते हुए यह तय किया है कि सभी आरक्षित कोच में लोअर बर्थ सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक बैठने के लिए होगी और रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक सोने के लिए होगी। आपको बता दें कि अभी तक रात 9 बजे तक ही लोअर बर्थ बैठने के लिए होती थी और फिर उसके बाद सोने के लिए होती थी। ये भी पढ़ें-कच्चे तेल की कीमत हुई आधी, फिर भी डीजल-पेट्रोल में लगी आग ऐसे 1 घंटे कम हो जाएगी आपकी नींद अगर लोअर बर्थ पर यात्री बैठे हैं तो आप सो नहीं सकते हैं और अब नए नियम के अनुसार आप 10 बजे से पहले सो नहीं सकेंगे। लोअर बर्थ पर यात्री के बैठने की वजह से मिडिल बर्थ भी नहीं खोली जा सकती है, जिसकी वजह से अगर आप मिडिल बर्थ के यात्री हैं तो भी नहीं सो सकते हैं। ऐसे में आप चाह कर भी 10 बजे से पहले सो नहीं सकेंगे। हालांकि, अगर आप अपर बर्थ या साइड अपर बर्थ के यात्री हैं तो आप जब चाहें बैठें और जब चाहें सो जाएं। ये भी पढ़ें-आईफोन-एक्स खरीदने के लिए नहीं बेचनी होगी किडनी, ऐसे मिलेगा सस्ते में यात्रियों से की गई खास गुजारिश भले ही रेलवे ने नया नियम बनाते हुए लोगों की नींद को 1 घंटे घटा दिया है, लेकिन उसके बावजूद रेलवे ने यात्रियों से एक खास गुजारिश की है। रेलवे ने कहा है कि अगर कोई गर्भवती, दिव्यांग या फिर कोई बीमार यात्री हो तो उसे सहयात्री जल्दी सोने की सुविधा दें। दरअसल, गर्भवती, दिव्यांग या फिर बीमार व्यक्ति को अपर बर्थ पर जाने में दिक्कत होती है और उसे लोअर बर्थ पर यात्रा करने में आराम रहता है।