जीएसटी का असर
चंडीगढ़, गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू होने के तीसरे दिन भी पार्सल विभाग के काम में कोई इजाफा नहीं हुआ। तीन दिन के भीतर 7 लाख रुपए से अधिक का नुक्सान हो चुका है। रेलवे की ओर से अभी पार्सल व यात्रियों की टिकट के मूल्यों को भी सुनिश्चित नहीं किया गया हैं। हालांकि सूत्रों की माने तो मंगलवार तक पार्सल बुकिंग के मूल्य तय किए जाएंगे। हालांकि विभाग की ओर से अभी 0.5 प्रतिशत अधिक टैक्स लगाकर रुपए लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही कोरियर कंपनियों के पास जी.एस.टी. नंबर न होने के कारण बुकिंग का काम भी ठप्प पड़ा हैं। अधिकारियों का कहना है कि जी.एस.टी. नंबर सभी कोरियर कंपनियों को मिलने के बाद ही काम शुरू हो सकेगा। रेलवे को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के पार्सल विभाग से सबसे अधिक आय होती है। जी.एस.टी.से पहले पार्सल विभाग से 1 दिन में 850 से 900 तक के नग बुक होते थे लेकिन जी.एस.टी.लागू होने के बाद बुरा हाल है। जितनी बुकिंग पहले 1 घंटे में होती थी, उतनी तीन दिन में भी नहीं हुई है। सिर्फ 15 पार्सल ही बुक हुए हैं।
कोरियर कंपनियां जी.एस.टी. नंबर लेने के लिए कर रहीं भागदौड़
रेलवे स्टेशन के पार्सल विभाग से सामान बुकिंग करने वाले कोरियर कंपनी के मालिक सतीश शुक्ला का कहना है कि आफिस में सामान का ढेर लगा हुआ है लेकिन जी.एस.टी. नंबर न होने के कारण बुकिंग नहीं हो रही है। इसके कारण बहुत परेशानी हो रही हैं। उन्होंने कहा की जी.एस.टी. नंबर लेने की भागदौड़ कर रहे हैं।
रेट लिस्ट आज आने की संभावना
पार्सल विभाग व रिजर्वेशन काऊंटरों पर अभी रेलवे की ओर से रेट लिस्ट नहीं भेजी गई है लेकिन उच्चाधिकारियों की ओर से आदेश दिया गया है कि 0.5 प्रतिशत इजाफा कर के पार्सल विभाग तथा टिकटों पर चार्ज वसूला जा रहा है लेकिन रेलवे की ओर से नई रेट लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंबाला में डी.आर.एम. व सीनियर डी.सी.एम. की वीडियो कांफं्रैसिंग रेलवे मंडल दिल्ली द्वारा की जाएगी। इसके बाद रेट लिस्ट जारी करने की उम्मीद है।