चंडीगढ़, शहरवासियों को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास देखने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आर.के. कुलश्रेष्ठ ने यह बात चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के दौरे के दौरान कही। उन्होंने कहा कि तीन रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास बनाने के बाद ही चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू होगा।
हालांकि उन्होंने कहा कि इंडियन रेलवे स्टेशन डिवैल्पमैंट कार्पोशन (आई.आर. एस. डी.सी.) ने रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास बनाने का नक्शा बना लिया है। उन्होंने आई.आर. एस.डी. सी. द्वारा बनाए गए नक्शे का जायजा लिया। जानकारी के अनुसार इंडियन रेलवे स्टेशन डिवैल्पमैंट कार्पोशन की ओर हबीब गंज रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बिजवासन रेलवे स्टेशन व आनंद विहार रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास बनाने के बाद ही चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास बनाने का कार्य शुरू होगा।
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि चंडीगढ़-बद्दी व चंडीगढ़ वाया जगाधरी तथा यमुनानगर रेलवे ट्रैक के निर्माण कार्य को लेकर हरियाणा सी.एम. से मुलाकात करके जमीन को लेकर बात की जाएगी। वहीं तेजस के लिए अभी शहरवासियों को इंतजार करने की उन्होंने बात कही। वहीं उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर वॉशरूम बनाने की योजना है।
इंडियन रेलवे स्टेशन डिवैल्पमैंट कार्पोशन की तरफ से बनाए गए नक्शे में विभाग की ओर से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास के दौरान चंडीगढ़ व पंचकूला दोनों तरफ से इसकोहाईवे से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही मैप में वल्र्ड क्लास के दौरान 10 प्लेटफार्म तथा ट्रेनों का आना-जाना ग्राऊंड फ्लोर, जबकि यात्रियों के लिए वेटिंग फस्र्ट फ्लोर पर बनाए जाने का प्रोपोजल तैयार किया गया है। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर सिक्योरिटी के लिहाज से लगेज स्कैनर तथा सुरक्षा के सभी पहलुओं को दर्शया गया है।
प्रशासन ने रेलवे को 250 लाख स्क्वेयर फीट की जगह पर ही कमर्शियल निर्माण करने की परमीशन दी है, जबकि रेलवे के पास करीब 5 लाख स्क्वेयर फीट जमीन थी। ऐसे में रेलवे को अब प्रशासन द्वारा दी गई जमीन में ही वल्र्ड क्लास रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू करना होगा। कुलश्रेष्ठ ने कहा कि अब इंडियन रेलवे स्टेशन डिवैल्पमैंट कार्पोशन को इतनी जगह में प्रोजैक्ट पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि इसमें रेलवे फैक्टरी, होटल व ग्रीन बैल्ट का एरिया भी शामिल है।
चंडीगढ़-दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस के सवाल पर जी.एम. कुलश्रेष्ठ ने कहा कि अभी ट्रेनों को चलाने को लेकर कोई भी तिथि निश्चित नहीं की गई है। रेलवे से जैसे ही तिथि की घोषणा होगी तेजस चल पड़ेगी। वहीं सैमी हाई स्पीड को लेकर फ्रांस की कंपनी की ओर से सौंपे गए सर्वे के सवाल पर कहा कि अभी सैमी हाई स्पीड को लेकर तैयारियां चल रही हैं, लेकिन यह लंबे प्रोजैक्ट हैं जिसको पूरा होने में समय लगेगा। सैमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने के लिए कर्व को ठीक करना बेहद जरूरी हैं।
जी.एम. ने बताया कि विंटर शैड्यूल के तहत अक्तूबर से चंड़ीगढ़-दिल्ली शताब्दी को रविवार को भी नियमित रूप से संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही ट्रेन को बुधवार को संचालित नहीं किया जाएगा।
कुलश्रेष्ठ ने कहा कि प्लेटफार्म नंबर-6 व 3 पर एक्सीलेटर सीढिय़ा 4 व 2 लिफ्ट लगाई जाएंगी। इस प्रोजैक्ट पर 5 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं लिफ्ट का कार्य शुरू हो चुका है। चंडीगढ़-अंबाला के बीच रेलवे ट्रैक के डबलिंग का कार्य 2 माह देरी से पूरा होगा। दप्पर व घग्घर से चंडीगढ़ तक डबलिंग का कार्य करीब पूरा हो चुका है, लेकिन अभी इलैक्ट्रिकल विभाग के वायरिंग तथा अन्य कई कार्य बाकी हैं तो सितंबर तक पूरा हो जाएगे। प्लेटफार्म नंबर-6 का निर्माण कार्य भी सितंबर तक पूरा हो जाएगा।