उल्हासनगर और विट्ठलवाड़ी में कॉमर्शियल स्टाफ पर जानलेवा हमला

सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनागर ने इस घटना की कड़ी निंदा की है तथा रेल प्रशासन को कड़े शब्दों में चोतावनी दी है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए अन्यथा सीआरएमएस तीव्र आंदोलन छेड़ेगा।

17 मई को उल्हासनगर और वि_लवाडी में कामर्शियल विभाग में कार्यरत अवनीष पांडे, टीसी एवं संदीप तिवारी, सीसीआई पर जानलेवा हमला किया गया जब वह रेल प्रशासन द्वारा दी गई ड्युटी को अंजाम दे रहे थे। अवनीष पांडे उल्हासनगर स्टेशन पर टिकिट चेकिंग का कार्य कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक बिना टिकट यात्री को पकड़ा जिस पर उसने अवनीष के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। वहां कार्यरत रेलवे स्टाफ और कुछ जागरुक यात्रियों ने मौके की गंभीरता को समझते हुए अपना फर्ज निभाया और दोषी व्यक्ति को पकडक़र पुलिस के हवाले किया तथा एफआईआर दर्ज कराई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दोषी व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 353 एवं 332 लगाई गई है। इसी तरह एक अन्य घटना सीसीआई संदीप पांडे ने लोकल ट्रेन में अनाधिकृत लोडिंग के मामले में एक व्यक्ति को नियमानुसार रु. 2500/- चार्ज किए। जिस पर उस इलाके में गैरकानूनी कार्यों को अंजाम देने वाले तथाकथित डॉन मूसा शेख, हम्माल

ने स्टेशन पहुंचकर वहां अपनी ड्युटी निभा रहे संदीप पर फिल्मी अंदाज में कांच की बोलत तोडक़र प्राण घातक हमला कर दिया। संदीप ने अपने बचाव के लिए अपने दोनों हाथ पेट पर रख लिए जिससे उनके प्राण तो बच गए मगर हाथ लहूलुहान हो गए। कुछ रेलवे स्टाफ व यात्रियों ने हिम्मत जुटाई और बीच बचाव कर संदीप के प्राणों की रक्षा की। प्राप्त जानकारी के अनुसार मूसा शेख की पहचान कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आईपीसी धारा 353 और 333 के तहत उस पर कार्रवाई की है। जबकि वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्राणघातक जैसे कुकृत्य करने के लिए धारा 307 लगाई जानी चाहिए थी। सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनागर ने इस घटना की कड़ी निंदा की है तथा रेल प्रशासन को कड़े शब्दों में चोतावनी दी है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए अन्यथा सीआरएमएस तीव्र आंदोलन छेड़ेगा। रेलकर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी प्रशासन की है ओर उसे पूरा करना उसका नैतिक कर्तव्य है। सीआरएमएस मेन ब्रांच, कल्याण के सहा. सचिव अनिल कुमार गर्ग एवं डी.वी. रमन व अन्य पदाधिकारियों ने इस घटना पर कड़ा विरोध दर्ज किया है। प्रशासन भी अपना टारगेट पूरा करने के लिए खतरनाक इलाकों के छोटे स्टेशनों पर एक ही कर्मचारी को ड्युटी पर तैनात कर देता है जबकि उसकी सुरक्षा का ठोस प्रावधान नहीं किया जाता। जबकि ऐसे स्टेशनों पर स्कॉड बना कर समूह में स्टाफ को तैनात करना चाहिए। प्रशासन ने यदि शीघ्र ही कुछ ठोस कदम नहीं उठाए तो कर्मचारियों का रोष दावानल का रूप अख्तियार कर सकता है। जान हथेली पर कार्य करने वाले रेलकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है।

 

हमले के खिलाफ सीआरएमएस का मूक मोर्चा

रेल कर्मचारियों पर कार्य के कदौरान होने वाले हमलों की निंदा करते हुए सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ द्वारा एक मूक मोर्चा लोह मार्ग पुलिस स्टेशन पर स्टेशन प्रबंधक कार्यालय, कल्याण तक निकाला गया। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्ता पालवे को ज्ञापन देकर कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम करने की मांग की गई। मोर्चे में शांताराम गांगुर्डे, एस.के. चौबे, अनिल कुमार गर्ग, राजेंद्र गुजरे के साथ सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए।

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