अब रेलकर्मियों के रेल आवासों में पावर सेवर…
बिजली की बचत के लिए रेलवे ने नया कदम उठाया है। अब रेलकर्मियों के रेल आवासों में पावर सेवर ट्यूबलाइट और पंखे लगाए जाएंगे। रेलवे डीआरएम बीके गुप्ता की सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के साथ स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में सीनियर डीई नामदेव रबड़े ने इस बात का खुलासा किया। बैठक में कर्मचारियों को और ज्यादा अपडेट करने 3 – जी सिम देने जैसी घोषणाएं भी सार्वजनिक की गई हैं।
कर्मचारियों को रेलवे रखेगी अपडेट
बैठक में रेलवे सीनियर डीएसटीई एनके सोनी ने बताया सभी कर्मचारियों को जिनके पास सीयूजी सिम हैं, उन्हें अब 2- जी के स्थान पर 3 – जी नेट कनेक्शन मामूली शुल्क पर उपलब्ध कराया जाएगा। सीआरएमएस मंडल अध्यक्ष विनोद चतुर्वेदी ने ट्रॉलीमैन के सिलेक्शन के लिए मापदंड बनाए जाने का भी मुद्दा रखा। सीनियर डीईएन ने इसमें वरीयता और योग्यता को ध्यान में रखकर ट्रॉलीमैन का चयन करने के लिए कहा है। महिला ट्रैकमैन का कैडर बदलकर महिलाओं को दूसरे काम में जुटाने की योजना में हो रही देरी पर भी उपस्थित लोगों ने चिंता जताई। बैठक में उपस्थित आमला सचिव आरके वर्मा और जीआर तायवाड़े ने धाराखोह में बैंकर पर वरीयता के अनुसार काम कराए जाने की मांग अधिकारियों के सामने रखी।
प्रत्येक कर्मचारी का होगा स्वास्थ्य परीक्षण
रेलवेबोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी के आदेश का हवाला देकर सीएमएस डॉ. जे आशुदानी ने बताया प्रत्येक रेल कर्मचारी का डेढ़ वर्ष के भीतर स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक रूप से रेल अस्पताल नागपुर और स्थानीय अस्पतालों में किया जाएगा। इसमें ब्लडप्रेशर, शुगर, नेत्र जांच, ईसीजी, कोलेस्ट्रॉल सहित अन्य जांचें पूरी तरह नि:शुल्क होंगी। इससे रेल कर्मचारियों को बेहतर उपचार मिलेगा। बीमार कर्मियों से रेलवे की सुरक्षा को खतरा नहीं रहेगा। अभी तक केवल ट्रेन संचालन में सेफ्टी से जुड़े कर्मचारियों का ही मेडिकल होता था। इसमें लोको रनिंग स्टाफ, गार्ड और स्टेशन मास्टर तथा प्वाइंट्स मेन शामिल थे।
चार साल बाद होगी मीटिंग
ट्रेनों की आवाजाही में अक्सर होने वाली लेट- लतीफी से निपटने के लिए रेलवे मंडल रेल प्रबंधक, सीनियर डीओएन तथा सीनियर डीई और यूनियन प्रतिनिधियों के साथ विचार- विमर्श किया जाता है। रेलवे में यह मीटिंग पिछले 4 साल से आयोजित नहीं की गई। प्रतिनिधियों की मांग पर डीआरएम ने अब मीटिंग रखने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए हैं। इससे ट्रेनों की लेट-लतीफी पर नियंत्रण के उपायों पर चर्चा हो सकेगी। लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को अवकाश स्वीकृति की पूर्व सूचना देने का भरोसा अधिकारियों ने दिया है। सिग्नल और टेलीकॉम विभाग के कर्मचारियों के रुके हुए ओवर टाइम का भुगतान करने पर भी सहमति बनी है। वही ट्रैकमैन को अन्य विभागों में विभागीय परीक्षा के माध्यम से अवसर देने की मांग सीआरएमएस की तरफ से हुई। इस पर रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजने का भरोसा अधिकारियों ने दिया है।