करीब नौ महीने बाद रेलवे के एक बार फिर घूसखोरी का मामला पकड़ा गया। सीबीआई गाजियाबाद की टीम ने 28 फरवरी की शाम डीआरएम आफिस में छापा मारकर भू लेख विभाग के बाबू को घूस लेते हुए तीस हजार रुपये के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। बाबू हापुड़ के एक गेट से ट्राला पास कराने के बदले पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
ट्राला भोपाल से हापुड़ आना था। ये कार्रवाई आरआर रोडवेज लिमिटेड कंपनी मुंबई के मैनेजर की शिकायत पर हुई है। टीम देर रात बाबू को लेकर गाजियाबाद चली गई। आरआर रोडवेज लिमिटेड कंपनी मुंबई के मैनेजर ओमप्रकाश शर्मा को मुरादाबाद गाजियाबाद रूट पर हापुड़ शहर के टीपीनगर स्थित गेट नंबर 77 सी से ट्राला पास कराना था।
ट्राला पर भोपाल से हापुड़ पहुंचना था। इसके लिए उन्होंने डीआरएम आफिस के भू लेखा विभाग में दरखास्त दिया था। ताकि ओएचई लाइन प्रभावित न हो। लेकिन विभाग का बाबू हेमचंद्र जोशी पचास हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा था। लंबे समय से फाइल पास नहीं करा था।
जिसपर ओमप्रकाश शर्मा ने इसकी शिकायत सीबीआई गाजियाबाद से की। मंगलवार की शाम सीबीआई गाजियाबाद की टीम ने इंस्पेक्टर एके शर्मा के नेतृत्व भू लेख विभाग में छापा मारा।
जहां बाबू को मैनेजर से तीस हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। बाद में सीबीआई की एक टीम ने बाबू के घर भी छापा मारा। मुकदमा दर्ज करने के बाद देर रात तक सीबीआई की टीम डीआरएम आफिस में मामले की छानबीन करती रही।