पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग
कालका के परेड मोहल्ले की वाल्मीकि बस्ती में 18 दिसम्बर की सुबह किसी अज्ञात व्यक्ति ने घर में घुसकर रेलवे कर्मचारी शामलाल कल्याण के सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर उनका मर्डर कर दिया। रेलवे में ग्रेड-1 फिटर के पद पर कार्यरत शामलाल की 18 दिसम्बर सुबह 8 बजे शिफ्ट थी, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने छुट्टी ली थी।
उनकी पत्नी सपना होमगार्ड महिला सेल में कार्यरत हैं। वे रोजाना की तरह सुबह 8 बजे ड्यूटी पर चली गई थीं, जबकि उनके तीन बेटे गगन, पारस और खुशहाल खेलने चले गए थे। सुबह करीब 9 बजे उनका एक बेटा गगन खेलकर घर लौटा तो उसे अपने पिता शामलाल को मृत पाया। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस को यहां एक सीसीटीवी कैमरा भी मिला है, जिसकी रिकॉर्डिंग चेक किया गया।
सूत्रों की माने तो पुलिस के हाथ कई अहम सुराग भी लगे हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही डीसीपी अनिल धवन खुद मामले की मॉनीटरिंग कर रहे है। 19 दिसम्बर को भी डीसीपी कालका थाने में सुबह ही पहुंच गए और देर शाम तक घटना से जुड़े तथ्यों का बारीकी से जांचते नजर आए।
19 दिसम्बर को घटना स्थल के आसपास की दुकानों पर एसीपी राजेश कुमार सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालते दिखे। इस दौरान एसीपी ने हर एंगल से फुटेज देखे। एसीपी राजेश कुमार ने बताया कि जल्द ही मामले को सॉल्व कर दिया जाएगा।
कालका थाना प्रभारी सुरजीत सिंह ने बताया कि मामले को लेकर डीसीपी, एसीपी, सीआईए पूरी तरह चौकस है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मृतक के परिवार वालों से भी गहन पूछताछ की गई। सुरजीत सिंह ने बताया कि हत्याकांड को सुलझाने के लिए हरसंभव कोशिश जारी है।
परेड मोहल्ले में दिन दहाड़े खून से लथपथ श्याम लाल का शव मिलने से स्थानीय लोगों सहित शहरवासी व दुकानदार चर्चा कर रहे हैं कि दिन दहाड़े हुए इस हत्याकांड में किसी प्रकार का कोई शोर या आवाज न होना कैसे संभव है। लोगों ने बताया कि श्यामलाल शरीर से हष्टपुष्ट था और इतनी जल्दी किसी के काबू आने वाला नहीं था, लेकिन इतनी बड़ी वारदात होने के बाद भी किसी प्रकार की कोई आवाज या शोर आस पड़ोस में भी नहीं सुनाई दी हो यह कैसे हो सकता है। पुलिस भी इस पहलू को गहनता से साथ देख रही है।