यूपी में रेलवे ट्रैक के नक्शे के साथ आतंकी हिरासत में
एक संदिग्ध युवक शिवम सोनी के पास से रेलवे ट्रैक का नक्शा बरामद होने के बाद सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। आतंकी होने के शक में शिवम को चेरिया बरियारपुर थाने के खाजहांपुर गांव से पकड़ा गया है। तलाशी के दौरान उसके पास से रेलवे ट्रैक का नक्शा, 45 पैकेट विदेशी कीमती सिगरेट व कई सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
पूछताछ में संदिग्ध युवक अपना नाम शिवम सोनी और उत्तर प्रदेश के फैजाबाद का मूल निवासी बताया। बेगूसराय के एसपी रंजीत कुमार मिश्रा के मुताबिक शिवम सोनी द्वारा उपलब्ध कराए गए पहचान को वेरिफिकेशन के लिए फैजाबाद पुलिस को भेजा गया था। इस बीच हालात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के साथ ही अन्य एजेंसियां भी जांच में जुट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक एटीएस की टीम ने बेगूसराय पहुंच कर संदिग्ध युवक से पूछताछ की गई।
पूछताछ करने पर संदिग्ध आतंकी शिवम सोनी ने कानपुर के पुखरायां में हुए इंदौर पटना एक्सप्रेस को डिरेल करने की बात पुलिस अफसरों, एटीएस और खुफिया विभाग के अधिकारियों के सामने कबूली है। पूछताछ में शिवम ने स्वीकार किया है कि दलसिंहसराय के साठा जगत में भी उसने ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची थी। पुलिस उसके बयान को सत्यापित करने के लिए डाटा खंगाल रही है। शिवम से पूछताछ के लिए बिहार एटीएस, यूपी एटीएस, स्पेशल ब्रांच और खुफिया विभाग व रेल के अफसर लगे हैं।
एसपी रंजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि एनआईए की टीम को भी संदिग्ध से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सूत्रों की मानें तो शिवम के पास से कई संदिग्ध सामानों की बरामदगी हुई है जिससे उसकी आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का शक पुख्ता होता है। शिवम पूछताछ के दौरान लगातार अपना पता बदल रहा था। अंत में उसने अपना पता यूपी का जौनपुर बताया है। वह आठ माह से अपनी ससुराल चेरियाबरियापुर करोड़ में रह रहा था। एसपी ने बताया कि फिलहाल आरोपित को झूठी जानकारी देकर आधार कार्ड और आवासीय प्रमाणपत्र बनाने के आरोप में जेल भेज दिया गया है। पुलिस कई अन्य एंगल से मामले को खंगाल रही है।
इधर पुलिस के समक्ष उसने बछवाड़ा स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर पत्थर रख कर डिरेल करने की साजिश में शामिल होने की बात कही। हालांकि पुलिस उसके इस बयान पर विश्वास नहीं कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधवार तक पुलिस ने शिवम के दोनों मोबाइल नंबर का फरवरी माह से 11 मार्च तक का कॉल डिटेल्स निकाला था। जिसमें कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है। अब पुलिस उसके एक साल के कॉल डिटेल्स को खंगालने में जुटी हुई है।
आतंकी होने के शक में पकड़ा गया शिवम मुख्य रूप से रेलवे ट्रैक की रेकी कर अपने हैंडलर को सूचना देता था। उसने पुलिस को हैंडलर का नाम भी बताया है। पुलिस दुबई बेस्ड आईएसआई आतंकी शम्शुल होदा से उसके संपर्क की जांच में लगी हुई है।
थाना क्षेत्र की खांजहापुर पंचायत के करोड़ गांव से गिरफ्त में आया संदिग्ध टोले में दामाद बनकर आसानी से अपनी गतिविधियां चला रहा था। वह कभी–कभार ही घर से बाहर निकलता था। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के बसावट वाले इस टोले में स्व. रामबिलास साह की विधवा शारदा देवी ने अपनी बहन के कहने पर इस युवक से अपनी चौथी बेटी सोनी की शादी करवाई थी। शादी 15 मई 2016 को यूपी के बाराबंकी में एक मंदिर में हुई थी।
परिजनों के मुताबिक खुद को अनाथ बता कर वह युवक खांजहापुर आकर रहने लगा। संदिग्ध शिवम सोनी उर्फ हिमांशु सोनी को पुलिस ने बुधवार को न्यायिक अभिरक्षा के लिए अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंझौल के न्यायालय में 15 मार्च को पेश किया। कड़ी सुरक्षा के बीच बेगूसराय से मंझौल लाया गया। न्यायालय ने संदिग्ध को जेल भेज दिया।
संदिग्ध की गतिविधियों पर पहला शक उसके साला सेठ साह को हुआ। सेठ के चार भाई परदेश में मजदूरी करते हैं। केवल वह करोड़ दुर्गा स्थान में छोटी सी पान की दुकान चलाता है। उसने बताया कि शादी के बाद ही संदिग्ध ने घर का सारा खर्च वहन करना शुरू कर दिया था। जिस घर में दो जून की रोटी जुटाना मुश्किल था, वहां रोजाना दूध व महंगे चावल की खरीदारी शक पैदा करने लगे। सेठ साह ने आगे कहा कि संदिग्ध रेलवे की परीक्षा का बहाना बना जब कहीं जाता था तो पढ़े–लिखे ग्रामीणों का यह कहना कि अभी तो रेलवे की कोई वेकेंसी आयी ही नहीं है शक को बल दे जाती थी। उसकी बहन को ससुराल ले जाने या घर का पता पूछने पर संदिग्ध का झल्लाना भी सेठ के संदेह को पुख्ता आधार देता रहा। इस बीच एक रोज सेठ ने संदिग्ध के उस आधार कार्ड को देखा, जिसमें उसके पिता के नाम पर सेठ के पिता का नाम दर्ज था।
होली के दिन संदिग्ध की अपनी पत्नी व सास से झगड़ा हो गया। बीचबचाव की कोशिश के दौरान जब संदिग्ध ने अपने साले सेठ साह को धमकाते हुए कहा कि ज्यादा दिमाग मत चलाओ, चाहेंगे तो पूरे खांजहांपुर को ही उड़ा देंगे। तब सेठ ने उक्त सूचना पंचायत के मुखिया व सरपंच को दी। इसके बाद चेरियाबरियारपुर के बीडीओ संजय कुमार दास व थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह ने वहां पहुंच उसे गिरफ्तार कर लिया। आरंभिक जांच के दौरान ही घर से मिले सामान ने शक को और भी पुख्ता कर दिया, जिससे जांच का दायरा बढ़ता चला गया।