पुरी रेलवे स्टेशन में एक के बाद एक तीन खाली ट्रेनों में आग लगने से उनके कम से कम पांच डिब्बे क्षतिग्रस्त हो गए। तीनों ट्रेनों स्टेशन पर खड़ी थीं। इस घटना से यात्री काफी डर गए और रेल सेवाएं बाधित हो गईं।
पूर्व तटीय रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी जे.पी. मिश्र ने कहा कि नई दिल्ली-पुरी नंदनकानन एक्सप्रेस, तिरूपति एक्सप्रेस और पुरी-हावड़ा एक्सप्रेस में आग लगने से कोई घायल नहीं हुआ। ट्रेनें स्टेशन पर खड़ी थीं जब उनमें आग लगी। पूर्व तटीय रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘दमकल वाहन, स्टेशन के कर्मचारी, जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) और आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने तीनों ट्रेनों में आग को पूरी तरह बुझाने के लिए साथ मिलकर काम किया। सभी ट्रेनें खाली होने के कारण किसी के हताहत होने या घायल होने की खबर नहीं है।
आग सबसे पहले शाम साढ़े चार बजे 12816 नंदनकानन एक्सप्रेस के कोच एस-11 और एस-12 में लगी। इस ट्रेन की बोगियों में आग ट्रेन के प्लेटफार्म संख्या चार पर पहुंचने और उसमें से यात्रियों के उतरने के बाद लगी। ट्रेन दिल्ली से यहां पहुंची थी। थोड़ी ही देर बाद प्लेटफॉर्म संख्या दो पर खड़ी 17480 तिरूपति-पुरी एक्सप्रेस के कोच एस-2 और एस-3 में आग देखी गई। आग बुझाने के लिए दमकलकर्मियों को बुलाया गया। ट्रेन शाम चार बजकर 15 मिनट पर पुरी स्टेशन पहुंची थी और घटना के समय उसमें कोई यात्री नहीं था।
दमकल कर्मियों के दोनों ट्रेनों में आग बुझाने में लगे होने के बीच ही निर्धारित रवानगी से पहले प्लेटफॉर्म संख्या छह पर खड़ी 12838 पुरी-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन में भी आग लग गयी। घटना से यात्री भयाक्रांत हो गए। ट्रेन के सामान्य द्वितीय श्रेणी कोच का एक बर्थ आग से प्रभावित हुआ।
उन्होंने कहा कि यह साफ नहीं है कि यह तोडफ़ोड़ और आपराधिक साजिश का मामला है या नहीं, घटना की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गयी है और आग लगने की परिस्थितियों का पता लगाया जा रहा है।