नई दिल्ली, आपने लोगों से जीवन में होने वाली गलतियों और भूल के बारे में तो खूब सुना होगा. लेकिन रेलवे की एक बड़ी भूल सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. दरअसल मामला यह है कि रेलवे एक स्टेशन ही बनाना भूल गया. रेलवे की भूल से जुड़ा यह मामला रांची-टोरी रेलखंड का है. यहां रेलवे को लोहरदगा-बरकीचापी के बीच एक स्टेशन बनाना था. रेलवे को लोहरदगा स्टेशन से 7 किमी आगे हिंडाल्सो भोक्ता बगीचा स्टेशन को मंजूरी दी थी. एक प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक रांची-टोरी लाइन पर डीआरएम कार्यालय इस स्टेशन की तलाश में जुटा हुआ है. अब रांची-टोरी लाइन बनने के बाद कंस्ट्रक्शन विभाग ने उस खंड से पूरा सेटअप भी हटा लिया है. स्टेशन के बताए चिन्हित स्थल पर फिलहाल वहां ऐसा कोई नामो-निशान नहीं है, चारों तरफ खेत ही खेत नजर आ रहे हैं. मामला सामने आने के बाद अब रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि रांची-टोरी लाइन को जल्द से जल्द पूरा करने के सरकारी दबाव में यह गलती हुई है. कंस्ट्रक्शन विभाग गलती से यह स्टेशन बनाना भूल गया है.
कंस्ट्रक्शन विभाग ने कहा – पत्र मिला ही नहीं
– इस रेलखंड पर लोहरदगा-बरकीचापी के बीच रेल लाइन का निर्माण हो रहा था. इसी बीच 2013 में रेल मंत्रालय ने लोहरदगा-बरकीचापी के बीच हिंडाल्सो भोक्ता बगीचा स्टेशन की मंजूरी दी. द. पूर्व रेलवे के डिप्टी सीसीएम (पीएस) ने रांची रेल मंडल के तत्कालीन डीआरएम को इस संबंध में मंत्रालय का नोटिफिकेशन भेजा. डीआरएम ने रेल कंस्ट्रक्शन विभाग को नोटिफिकेशन भेज पूरे मामले की जानकारी दी. तीन वर्ष बाद वर्ष 2016 में कंस्ट्रक्शन विभाग से डीआरएम ऑफिस को बताया गया कि रेल मंत्रालय का ऐसा कोई पत्र मिला ही नहीं.
जल्द बनाया जाएगा स्टेशन
– रांची रेल मंडल के एडीआरएम विजय कुमार कहते हैं कि कंस्ट्रक्शन विभाग से हिंडाल्सो भोक्ता बगीचा स्टेशन के बारे में पूछा गया है. आगे क्या हो सकता है, इस पर विचार कर रहे हैं. कोशिश है कि जल्द से जल्द इस स्टेशन को बनाया जाए.
तब 62 लाख, अब लागत एक करोड़ से ऊपर
– जब इस स्टेशन को बनना था तब इसकी लागत 62 लाख रुपए आती. इसमें बुकिंग ऑफिस, वाटर अरेजमेंट, दो रेल लेवल प्लेटफॉर्म बनना था. अब इसकी कॉस्टिंग बढ़ गई है. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार नया स्टेशन बनाने में अब 1 करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा. अब रेलवे इस मामले को सुलझाने में लगा है कि स्टेशन कंस्ट्रक्शन विभाग बनाएगा या डिविजन.