भोपाल. एक जुलाई से देशभर में लागू हो रहे गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) के चलते रेल यात्रियों को भी थोड़े और पैसे चुकाने होंगे। रेलवे द्वारा अभी तक लिया जाने वाला 4.5% सर्विस टैक्स 0.5 प्रतिशत बढक़र पांच प्रतिशत हो जाएगा। यह सर्विस टैक्स एसी और फस्र्ट क्लॉस की यात्रा पर लागू होगा।
शताब्दी का किराया 10 रुपए तक बढ़ेगा : उदाहरण के तौर पर भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस में भोपाल से निजामुद्दीन तक का एग्जिक्यूटिव क्लास का कुल किराया 2325 रुपए है। इसमें 1903 रुपए बेस फेयर, 60 रुपए रिजर्वेशन चार्ज, 75 रुपए सुफरफास्ट चार्ज कुल 2038 रुपए पर 4.5 प्रतिशत यानी 92 रुपए सर्विस टैक्स लगता है। इसमें 195 रुपए कैटरिंग चार्ज जोडक़र कुल 2325 रुपए यात्रियों से लिया जाता है। 01 जुलाई 2038 रुपए पर अब 05 प्रतिशत यानी 101 रुपए सर्विस टैक्स लगेगा। यानी यात्रियों को एग्जिक्यूटिव क्लास की टिकट के लिए 2335 रुपए देने होगे। सीधे 10 रुपए प्रति टिकट का अंतर आएगा।
रेलवे में कंसल्टेंट नियुक्त : जीएसटी लागू होने से रेलवे के मालभाड़ा और यात्री किराए में आने वाले अंतर पर निगरानी के लिए प्रत्येक राज्य में कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। जोन स्तर पर जीएम को जीएसटी के प्रभावों की पड़ताल के लिए मुख्य अधिकारी बनाया गया है। चूंकि जीएसटी के लिए पैन आवश्यक है। ऐसे में रेलवे ने भी अपना पैन तैयार करवाया है।
यह है आरक्षित टिकटों का आंकड़ा : 1700 टिकट औसत बनते हैं भोपाल स्टेशन पर। 1500 टिकट औसत रोज बनते हैं हबीबगंज स्टेशन पर।
वर्जन : जीएसटी लागू होने के बाद से सर्विस टैक्स में मामूली बढ़ोत्तरी होगी। इस संबंध में पत्र प्राप्त हुआ है। सर्विस टैक्स 4.5 प्रतिशत से बढक़र 5 प्रतिशत हो जाएगा। ऐसे में यात्रियों को आधा फीसदी अधिक सर्विस चार्ज देना होगा।
सुरेंद्र यादव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पमरे….