विशेष संवाददाता,

मुंबई, मध्य रेलवे में बढ़ती यात्रियों की संख्या के मद्देनजर रेल प्रशासन ने नवंबर माह से लोकल सेवा की 40 अतिरिक्त फेरियां बढ़ाने का निर्णय लिया है। रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएसएमटी से कल्याण तक चलने वाली 15 डिब्बों की लोकल गाडिय़ां कर्जत, कसारा तक विस्तारित की जाएगी। इस कारण कल्याण से आगे तक सफर करने वाले यात्रियों को भीड़ से राहत मलेगी। मध्य रेलवे ने इस बारे में एक प्रस्ताव तैयार कर उसे मंजूरी के लिए नई दिल्ली भेजा है।  ज्ञात हो कि पश्चिम, हार्बर, ट्रांसहार्बर मार्ग पर 1 तथा 2 अक्टूबर से ज्यादा फेरियां चलायी जा रही हैं। मध्य रेलवे मार्ग पर नवंबर तथा नववर्ष में कुल 40 ज्यादा फेरियां बढ़ाने से यात्रियों को काफी राहत मलेगी। 15 डिब्बे की गाड़ी का कर्जत, कासारा में कोई उपयोग नहीं है, इस मानसिकता पर काम करने वाले रेल अधिकारियों को अतत यह मानना ही पड़ा कि कर्जत कासारा में 15 डिब्बे की गाड़ी न चलाने का उनका फैसला गलत था, इसलिए अगले माह से कर्जत कासारा के बीच 15 डिब्बे की लोकल सेवा शुरु करने का निर्णय लिया गया है और उसी के तहत अब कासारा कर्जत के यात्रियों को भी 15 डिब्बे की लोकल में यात्रा करने का अवसर प्राप्त होगा। कल्याण तक जाने वाले 15 डिब्बों की लोकल गाड़ी के लिए सीएसएमटी, भायखला, दादर, घाटकोपर, मुलुंड, ठाणे, डोबिंवली, कल्याण स्टेशनों की लंबाई पहले ही बढ़ा दी गई थी। अब जबकि कर्जत कासारा तक 15 डिब्बों की गाड़ी चलाने की तैयारी की गई है तो कल्याण के आगे से सभी स्टेशनों के सभी प्लेटफार्मो की लंबाई बढ़ायी जाएगी। प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने के लिए अपेक्षित खर्च तथा अन्य यात्री सुविधाओं पर भी गंभीरता से चिंतन करना बहुत जरूरी हो गया है। मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले सभी स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए जो कुछ भी आवश्यक है, उसे देने के लिए स्टेशन पर पर्याप्त बंदोबस्त किया जाता है, वाबजूद इसके सभी स्टेशनों पर उतनी सुविधाएं उपलब्ध नहीं पाती, जितनी जरूरी होती है। 15 डिब्बा की गाड़ी कर्जत कसारा तक चलाने की योजना यही बता रही है कि इस रेल मार्ग से मध्य रेलवे को अच्छा आर्थिक लाभ होगा। अब यह तो समय ही बताएगा कि कर्जत कासारा तक 15 डिब्बा लोकल गाड़ी चलाना नुकसान भरा फैसला रहा या फिर इससे रेलवे की आय में अनुमान से भी ज्यादा फायदा हुआ। 12 की जगह 15 डिब्बे की लोकल अगर सीएसएमटी से कर्जत कसारा मार्ग पर सफल रही तो संभव है कि आगे चलकर इस मार्ग पर सिर्फ 15 डिब्बों की लोकल ही परिचालित होगी।

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