डीआरएम बोले – दुर्गंद आ रही सब्जी से
रायपुर स्टेशन में रेलवे जीएम अचानक प्लेटफार्म पर पहुंचे और खाने के स्टॉल में जाकर 15 रुपए वाला जनता खाना चखने के लिए मांग लिया। जीएम तथा अफसरों ने जैसे ही यह खाना चखा, सब्जी बासी निकली और इसे खराब करार दिया गया। यही नहीं, अफसरों को पानी का स्वाद भी गड़बड़ लगा और मौके पर जांच करवाई गई तो क्लोरीन की मात्रा नहीं के बराबर थी। इस मामले में दोषियों के खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई कर दी गई है। रेलवे जीएम सुनील सिंह सोइन सोमवार को शाम पौने 5 बजे स्टेशन पहुंचे। यहां आते ही उन्होंने अफसरों को साथ लिया और दो घंटे तक हर फूट स्टॉल में खाने-पीने की चीजों की जांच शुरू कर दी। सबसे पहले उन्होंने पानी लिया। उन्होंने मौके पर ही पानी की जांच करवा दी। पानी में क्लोरीन बहुत कम निकली, इसलिए सैंपल फेल करार दिया गया। इसके बाद उन्होंने प्लेटफॉर्म नंबर-2 के स्टॉल से जनता खाना लिया और सभी अफसरों को खाने के लिए कहा। सभी ने सब्जी खराब करार दी। इसके बाद रेलवे कैंटीन में यात्रियों को परोसा जाने वाला खाना भी चखकर देखा गया।
खाना तो ठीक मिला, लेकिन वहां रखी चावल की बोरी में कीड़े रेंगते हुए दिख गए।
इसके लिए कैंटीन संचालक पर तुरंत जुर्माना लगा दिया गया। इस दौरान जीएम ने जांच के लिए जितना भी खाना लिया, सबके पैसे भी चुकाए।
खाने का अनाउंसमेंट शुरू : जनता खाने की जांच के बाद जीएम ने अफसरों से कहा कि स्टेशन में इसकी उद्घोषणा नहीं हो रही है। उनके कहने के 5 मिनट के भीतर ही अनाउंसमेंट शुरू हो गया। इसके बाद उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि रेलवे कैंटीन के वेंडर ट्रेनों तक जाकर जनता खाना यात्रियों को देंगे, ऐसी व्यवस्था की जाए। क्योंकि ट्रेन छूटने के डर से यात्री कैंटीन तक नहीं जाते हैं।
पैंट्रीकार में भी दबिश : कैग की रिपोर्ट के बाद रेल मंत्रालय ने देशभर में खाने-पीने की गुणवत्ता को सुधारने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद बिलासपुर जोन के जीएम से लेकर मंडल के डीआरएम तक को इस जांच अभियान से जोड़ा गया है। भास्कर के सवाल के जवाब में जीएम ने अब स्टेशन से गुजरने वाली सभी ट्रेनों के पैंट्री कारों के खाने की क्वालिटी की जांच भी करने कहा, चाहे वह किसी भी जोन व रूट की ट्रेन क्यों ना हो। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि दूसरे जोन की ट्रेनों के पैंट्रीकार को लोकल अफसरों द्वारा चेकिंग नहीं होती। लेकिन स्पेशल अभियान में अब पैंट्रीकार भी शामिल हुआ है।