हद हो गई: कानपुर में दारू-दुर्गंध के बीच बन रहा रेल यात्रियों का खाना

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कानपुर, कानपुर सेंट्रल स्टेशन के 200 मीटर दूर फेथफुलगंज बाजार में गंदगी और बदबू के बीच रेलवे के निजी वेंडर खाना बनवा रहे हैं। अब इस खाने को खाकर कौन बीमार नहीं होगा। चारों तरफ बजबजा कूड़े का ढेर और इसी के बीच बन रहा था रेलवे में सफर करने वाले मुसाफिरों के लिए खाना। सड़ांध ऐसी कि एक मिनट भी खड़ा होना दूभर था। कूड़े में पड़े डिब्बों में पूड़ी-सब्जी पैक की जा रही थी और यही भोजन वेंडर लोगों को खिलाया जाता है। कैंट बोर्ड के सभासदों के दल ने मंगलवार को फेथफुलगंज बाजार में छापा मारा तो वहां का नजारा देख उनके होश उड़ गए। इस गंदी जगह पर बना हुआ खाना लंबे समय से परोसा जा रहा है पर आज तक किसी की नजर नहीं गई। और तो और, वेंडरों ने छावनी बोर्ड की जगह पर बिना अनुमति के कैन्टीन के लिए बाजार की जगह पर कब्जा कर लिया।
अवैध कैन्टीन मिली तो पार्षदों ने बोर्ड सीईओ के साथ रेलवे के डिप्टी सीटीएम को शिकायत की पर रेलवे का कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया। बाजार कैन्ट रेलवे स्टेशन से दो मीटर दूरी पर है इसलिए रेलवे वेण्डर यहां पर खाना बनवाते हैं।
बोर्ड के उपाध्यक्ष लखन ओमर, फरोग आलम, पूर्व पार्षद जगमोहन यादव और पार्षद शिखा के पति अरविन्द त्रिवेदी ने लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद छापा मारा तो देखा कि चारों तरफ कूड़े के ढेर लगे हैं।
इन्हीं के बीच कुछ लोग बरसाती लगाकर अवैध रूप से चबूतरों पर रहते मिले। साथ ही यहां पर कुछ शराब बेचते और पीते हुए भी पाए गए। बाजार में रेलवे के वेण्डरों ने पूरी कैन्टीन ही खोल रखी है। उत्तर मध्य रेलवे के छपे डिब्बों के खाली ढेर भी मिले। साथ ही कई लोग इन डिब्बों में गंदगी के बीच बन रह खाने की पैकिंग करते भी रहे। बदबू के बीच बन रहा खाना रेलवे यात्रियों को खिलाया जाता है।रेलवे का खाना यहीं बनता: बोर्ड उपाध्यक्ष का दावा है कि कूड़े का ढेर हफ्तों से यहां है। बारिश के कारण सडांध फैली है। रेलवे यात्रियों का खाना यहां पर अवैध रूप से बन रहा है। जगह पर कब्जा कर लिया गया है लेकिन इसकी अनुमति तक नहीं ली गई है।  उनका दावा है कि यात्रियों के साथ-साथ रेलवे का भी यहां पर खाना बनता है। डिब्बों पर उत्तर मध्य रेलवे छपा मिला है। कैन्टीन के पास संड़ाध में खड़ा होना मुश्किल हो रहा था पर वहीं पर रेलवे यात्रियों के लिए बनाया जा रहा खाना तो हर हाल में संक्रमित होगा। यात्रियों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसकी शिकायत रेल मंत्री से भी जाएगी क्योंकि पूरी फोटो और वीडियो बनाया गया है।
कोई अधिकारी नहीं आया 
उन्होंने दावा किया कि कैन्टीन की शिकायत रेलवे के डिप्टी सीटीएम  से की पर कोई भी रेलवे का अधिकारी झांकने तक नहीं आया। साथ ही बोर्ड सीईओ को इसकी जानकारी दे दी गई है।
शिकायत के बाद सफाई 
सीईओ ने जानकारी के मिलने के बाद शाम को सफाई कर्मचारियों  का गैंग लगाकर सफाई शुरू करा दी है पर अहम बात है कि कैन्टीन नहीं हटाई गई।
कार्रवाई की जाएगी
सीईओ कैन्ट हरेन्द्र सिंह का कहना है कि बोर्ड उपाध्यक्ष ने निरीक्षण के बाद फेथफुलगंज बाजार के हालात की जानकारी दी है। सफाई शुरू करा दी गई है लेकिन वेण्डरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी रेलवे को नोटिस देकर तत्काल कैन्टीन हटाने के निर्देश दिए जाएंगे। बोर्ड की जमीन पर कब्जा गैरकानूनी है।  वेण्डरों के खिलाफ एफआईआर भी जाएगी।

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