रेलवे स्टेशन के पास चल रही अवैध पार्किंग करने वालों पर रेलवे विभाग कार्रवाई करने के मोड में आ गया है। रेलवे की ओर से जिला उपायुक्त को इसकी शिकायत की गई है, जिसमें एक को छोड़कर अन्य सभी पार्किंग हटवाने का अनुरोध किया गया है। अवैध पार्किंग की समस्याओं को एनबीटी ने 4 जनवरी को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद रेलवे अधिकारी जागे और शिकायत उपायुक्त के पास पहुंची। उम्मीद है कि अवैध पार्किंग को लेकर कोई एक्शन लिया जाएगा। स्टेशन मास्टर शंकर लाल मीणा ने बताया कि डिविजनल कमिश्नर मैनेजर, स्टेशन सर्विस दिल्ली डिवीजन और नॉर्दर्न रेलवे की ओर से उपायुक्त को शिकायत की गई है। उन्हें अवैध पार्किंग के चलते हो रहे नुकसान से अवगत कराया गया और कार्रवाई का अनुरोध किया गया। वहीं उपायुक्त विनय प्रताप सिंह का कहना है कि इस पर जल्द ही एक्शन लिया जाएगा, जिससे अवैध पार्किंग बंद हो। यहां सिर्फ वैध पार्किंग ही चलेंगी।
बता दें कि अवैध पार्किंग के चलते रेलवे से टेंडर प्रक्रिया के जरिए पार्किंग चलाने वालों को काफी नुकसान हो रहा है। रेलवे स्टेशन के पास की कॉलोनी में 9 अवैध पार्किंग चल रहे हैं, जिसे लोग खाली प्लॉटों और घरों में चला रहे हैं। इसकी जानकारी रेलवे को है, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया था। टेंडर लेकर पार्किंग चलाने वालों को हर महीने एक लाख 59 हजार रुपये रेलवे को देना होता है, जिसे वहन कर पाना उनके लिए मुश्किल हो रहा था।
नियम के अनुसार बिना परमिशन ऐसे पार्किंग घर में शुरू नहीं की जा सकती। टेंडर के अनुसार रेलवे पार्किंग करने पर मंथली चार्ज 400 रुपये फिक्स किया गया है। वहीं घरों में पार्किंग चलाने वाले लोग मंथली चार्ज 150 से 200 रुपये लेते हैं। ऐसे में पैसे बचाने के लिए लोग यहां गाडिय़ां पार्किंग कर रहे थे।