कोटा मण्डल पर मार्च माह की समाप्ति एवं अप्रेल माह के प्रारम्भ से ही प्रचण्ड गर्मी शुरू हो जाती है, हर वर्ष मण्डल पर सभी स्टेशन मास्टर एवं वरि.पर्यवेक्षकों के कार्यालयों में गर्मी के कूलर लगा दिये जाते है ।

वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ, कोटा मण्डल की रामगंजमण्डी शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ने बताया कि संघ के मण्डल सचिव एस.डी.धाकड द्वारा आज दिनांक 14.05.2017 को मोडक स्टेशन पर कर्मचारियों की समस्याओं से रूबरू होते हुए यह जानकारी दी कि एक माह से गर्मी में झुलसने के बाद भी रेलवे के विद्युत विभाग द्वारा कूलर उपलब्ध नही करवाये गये । मोडक स्टैशन पर रेल कर्मचारियों ने संघ के मण्डल सचिव एस डी धाकड का जोरदार स्वागत किया एवं स्टेशन पर स्थित सभी आवासों में मूलभूत सुविधाओं की कमी को उजागर किया।

कालोनी के रेलवे आवासों मे फेंन्सिग नही होने एवं निजी बस्ती से सटा होने के कारण गन्दगी पसरी गई है, जिसकी साफ सफाई की कोई व्यवस्था नही है। आवारा जानवर एवं सूअर आवासों के अन्दर तक प्रवेश कर जाते है, गन्दे पानी की निकासी हेतु नालियां जाम पडी है, कई आवासों में नाली का पानी बाथरूम के अन्दर एवं आंगन में भर रहा है। सन 1918 में बने हुए रेलवे आवासों में रह रहे ट्रेकमेन्टैनरों ने बताया कि जमीन लेवल से आवासों का फर्श एक फुट नीचा है एवं बिजली की वायरिंग लटकी हुई है, पीने के पानी के लिए जमीन पर स्टोरेज हेतु कोई टंकी भी उपलब्ध नही करवाई गई है। रेलवे कालोनी एवं स्टेशन पर पानी की सप्लाई हेतु स्टील की 50000 क्षमता की टंकी टूट जाने के कारण 500 लीटर की प्लास्टिक की टंकी द्वारा काम चलाया जा रहा है जो कि स्टेशन एवं कालोनी दोनों में पानी सप्लाई करने के लिए पर्याप्त नही है, दिन में पांच छ: बार पम्प चलाकर भरना पडता है जो कि कर्मचारियों के डयूटी पर रहने के दौरान किसी काम का नही रह जाता है।

कालोनी में रोड लाईट भी नही जलती है, पुराने अधिकतर आवासों के प्लास्टर एवं फर्श टूटे हुए है, जिनमें से मिट्टी गिरने के कारण सांपों द्वारा बिल बनाकर आश्रय कर लिया है। कालोनी में 6 नये आवास एवं 4 पुराने आवासों के अलावा किसी के भी टायलेट में प्रकाश की व्यवस्था हेतु विद्युत कनेक्शन नही होने से रात्रि में परिवारजनों को असुविधा होती है। कूलर की समस्या के लिए फोन पर अपर मण्डल रेल प्रबंधक श्री आलोक अग्रवाल एवं वरि.मण्डल विद्युत इन्जीनियर पावर कोटा के साथ समस्या के समाधान हेतु चर्चा की गई जिसमें प्रशासन द्वारा 03 दिन में समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों को समस्या अवगत कराते हुए कोटा-रूठियाई खण्ड एवं कोटा-नागदा खण्ड के किसी भी स्टेशन पर एवं कार्यालय में कूलर उपलब्ध नही कराये जाने के प्रशासन की लापरवाही पर रोष जाहिर किया ।

डकनिया स्टेशन पर भी रेल कर्मचारियों की समस्याओं की जानकारी लेते हुए ज्ञात हुआ कि आन डयूटी कर्मचारियों के वाहनों को खडा करने हेतु साईकिल स्टेण्ड पर छाया नही, स्टेशन पर वाटरकूलर के ऊपर रखी गई चद्दरें हवा से उडकर टूट गई एवं स्टेशन मास्टर के लिए बनाया गया शौचालय भी सीमेन्ट की सीटों से अस्थाई रूप से बनाया गया है । कालोनी में रहने वाले रेल कर्मचारियों के बच्चों को खेल के मैदान पर फेन्सिंग नही की गई है एवं आने जाने वाले गाडियों को आल राईट देने वाले डयूटी पर उपस्थित यातायात विभाग के कर्मचारियों के लिए टीन शेड भी नही बनाया गया है।

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