रेलवे ने 2 महीनों में हुई रेल दुर्घटनाओं के बाद अब सुरक्षा महीना मनाने का फैसला किया है। इस दौरान रेल अधिकारी न सिर्फ हर ट्रेन का निरीक्षण करेंगे। जहां भी सुरक्षा को लेकर कुछ आशंका होगी, वहां तुरंत एक्शन लिया जाएगा। रेलमंत्री के अनुरोध पर जापान और कोरिया ने अपने विशेषज्ञ समूह भारत भेजने का फैसला किया है। उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक दोनों देशों के एक्सपर्ट दिल्ली पहुंच जाएंगे।
रेलवे के सूत्रों का कहना है कि रेलवे ने तय किया है कि इस पूरे महीने में सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और देखा जाएगा कि सिस्टम में कहां क्या कमी है? जो भी कमी होगी, तुरंत डिविजन से लेकर रेलवे बोर्ड स्तर पर इसकी जानकारी दी जाएगी और फिर उस कमी को दुरुस्त किया जाएगा। रेलवे सूत्रों का कहना है कि इसी हफ्ते से यह ड्राइव शुरू होगी और पूरे महीने चलेगी। रेलवे की कोशिश है कि इस अभियान के माध्यम से पूरे रेलवे सिस्टम में सेफ्टी ऑडिट किया जाए। जहां भी रेल सिस्टम में कहीं गड़बड़ी पाई जाए, उसे दूर किया जाए।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कानपुर में दूसरे रेल हादसे के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने जापान और कोरिया से अनुरोध किया था कि वे अपने विशेषज्ञों को भेजें। इस अनुरोध को दोनों ही देशों ने स्वीकार कर लिया है और जल्द ही उनके एक्सपर्ट यहां आकर भारतीय रेल सिस्टम को देखकर उसमें सुधार के लिए अपने सुझाव देंगे, ताकि रेल एक्सिडेंट रोके जा सकें।