खालसा कॉलेज के हॉल्ट पर टिकटों से छेड़छाड़ और एक टिकट पर पांच–पांच सवारियां भेजने के मामले में जांच शुरू हो रही है। हॉल्ट पर रेलवे को रोजाना हजारों रुपए का चूना लग रहा था। रेलवे के फिरोजपुर डिविजन के कमर्शियल मैनेजर रजनीश श्रीवास्तव ने 22 फरवरी को बताया कि ‘खालसा कॉलेज रेलवे हॉल्ट मामले की जांच एक–दो दिन में शुरू होने जा रही है। मामला गंभीर है और रेलवे इसमें कोई रियायत नहीं देगा।
नियमों के मुताबिक एक टिकट पर एक यात्री सफर कर सकता है। टिकट पर मैनुअल करेक्शन नहीं हो सकती।यात्रियों से शिकायतें मिल रही थी कि रेलवे हॉल्ट में 10 रुपए वाली टिकट 50 में बेचकर उसके पीछे यात्रियों की संख्या लिख दी जाती है।रेलवे के खाते में 10 रुपए ही जाते थे जबकि 40 रुपए सीधे क्लर्क चपत लगा देता था।रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने बताया– रोजाना हॉल्ट पर 150 से ज्यादा टिकटें कटती हैं।ऐसे में रेलवे को रोज 4-5 हजार रुपए का चूना लग रहा था। महीने का 1.5 लाख। रेलवे खालसा कॉलेज हॉल्ट को भी ठेके पर देगा।