एक ट्वीट के बाद तीन डीआरएम ने की मदद
दरभंगा-हैदराबाद एक्सप्रेस में अकेले सफर कर रही एक महिला यात्री की मदद के लिए रेलवे प्रशासन ने तत्परता दिखाई। बुरी तरह परेशान महिला यात्री के लिए रेल मंत्रालय से लेकर तीन मंडलों के डीआरएम एकजुट हो गए। आखिर में महिला को मदद मिली और वह सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच गई। दरअसल यात्री आशा मांझी दरभंगा-हैदराबाद एक्सप्रेस की बी-3 बोगी की 8 नंबर सीट पर चितरंजन से हैदराबाद के लिए सफर कर रही थी। सफर के दौरान बीच रास्ते में चोर ने उसका हैंडबैग पार कर दिया। चोरी हुए बैग में आशा का मोबाइल, रुपए, एटीएम कार्ड और सफर का टिकट रखा हुआ था। बैग चोरी होने से महिला यात्री की मुसीबत ब? गई। आशा ने पहले तो ट्रेन में बैठे अन्य यात्रियों के मोबाइल से अपने घर और अपने एक मित्र राजनसिंह को पूरी घटना की जानकारी दी और बताया कि बैग चोरी होने के कारण अब उसके पास खाने-पीने तक के लिए पैसे नहीं है। वह परेशान है।
इसके बाद हैदराबाद में आशा के मित्र राजनसिंह ने रेल मंत्रालय को तत्काल ट्वीट कर आशा मांझी की मदद की गुहार लगाई। राजन ने ट्वीट में बताया- आशा अकेले सफर कर रही है, उसका बैग चोरी हो गया है। प्लीज, मदद करें।
रेल मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लिया। मंत्रालय ने जानकारी जुटाई और मंडल प्रबंधक (डीआरएम) को मामला अग्रेषित कर दिया। इधर तीन डीआरएम ने अपने-अपने क्षेत्रों में महिला यात्री को सहायता उपलब्ध करवाई।रेल मंत्रालय को ट्वीट कर आशा को मदद दिलवाने वाले उनके मित्र राजन सिंह ने बताया कि ट्रेन जब बिलासपुर पहुंची तो वहां डीआरएम के निर्देश पर उनसे रेलवे पुलिस पहुंची उनसे पूरे मामले की जानकारी ली।