भागलपुर स्टेशन पर टिकट खरीद में कर्मचारियों द्वारा निर्धारित रकम से ज्यादा पैसे मांगने की शिकायत रेल मंत्रालय तक पहुंच गई है। पिछले सप्ताह एक रेलयात्री से सुपरफास्ट एक्सप्रेस चार्ज के नाम पर 20 रुपये ज्यादा लेने का फुटेज रेलमंत्री को ट्विटर पर भेजे जाने के बाद रेल प्रशासन हरकत में आया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने फुटेज की जांच के आदेश दिए हैं। मामले में रेल मंत्रालय ने पूर्व रेलवे के एजीएम को सीसीएम से शिकायत की जांच करने को कहा। शिकायत को लेकर मालदा डिविजन ने एक हफ्ते में भागलपुर स्टेशन के करीब 50 कॉमर्शियल स्टाफ का तबादला करने का निर्णय लिया है। मालदा डिविजन को ऐसी शिकायत पहले भी मिली थी। इसकी जांच खुद डीआरएम ने की थी, लेकिन मामला ठंडा पड़ गया। बुकिंग काउंटर में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत के मद्देनजर अब कोलकाता मुख्यालय ने ग्रुप यूनिट ट्रांसफर का निर्णय लिया है।
मालदा के सीनियर डीसीएम ने टिकट बुकिंग काउंटर लिपिक शैलेंद्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जबकि तीन अन्य बुकिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यालय से अनुशंसा की गई है। माना जा रहा है कि एक-दो दिनों में तीन अन्य बुकिंग कर्मचारियों का निलंबित कर दिया जाए। सूत्रों ने बताया कि मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (सीसीएम) के पास भागलपुर कॉमर्शियल विभाग के सभी विंग में भ्रष्टाचार की शिकायत लिखित व फुटेज के रूप में मिली है।
पार्सल विभाग में भी निर्धारित रकम से ज्यादा राशि लेने की शिकायत पहुंची है। रिजर्वेशन काउंटर व बुकिंग काउंटर पर खुदरा पैसे नहीं होने का बहाना बनाकर प्रतिदिन सौ-दो सौ रेलयात्रियों के 10-20 रुपए रखने की शिकायत भी मिली है। इस मामले में काफी पहले आरपीएफ ने स्टिंग कर फुटेज मुख्यालय को उपलब्ध कराया था।
मालदा डीआरएम मोहित सिन्हा ने बताया कि भ्रष्टाचार संबंधी सबूत मिलने पर भागलपुर बुकिंग काउंटर के एक लिपिक को निलंबित किया गया है। तीन अन्य के खिलाफ जांच रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट नहीं मिली है। सीसीएम कोलकाता भी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भागलपुर में बड़ी कार्रवाई जल्द होगी।