सीआरएमएस मुंबई मंडल की डिविजनल काउंसिल मीटिंग एक नए अंदाज में संपन्न हुई

0
32
6 जून को संघ सदन, दादर में सेट्रल रेलवे मजदूर संघ मुंबई मंडल की डीसीएम मजदूर मसीहा डॉ. आर.पी. भटनागर, अध्यक्ष सेट्रल रेलवे मजदूर संघ इसकी अध्यक्षता में एक नए अंदाज में संपन्न हुई। शुभारंभ में डॉ. भटनागर ने संघ के संस्थापक अध्यक्ष स्व. श्री एस.एम. शुक्ला की फोटो पर माल्यार्पण किया एवं परंपरागत दीप प्रज्वलन किया। डॉ. भटनागर के साथ सर्व श्री प्रवीण बाजपेई, महामंत्री, आर.जी. निंबालकर, कोषाध्यक्ष, वी.एस. सोलंकी, मंडल अध्यक्ष व एस.के. दुबे, मंडल सचिव विराजमान थे। मुख्यालय पदाधिकारी एवं काउंसिल के सभी सदस्य इस अवसर पर उपस्थित थे। स्वागत समारोह के उपरांत अध्यक्ष की अनुमति से श्री एस.के. दुबे ने पिछली बैठक का वृतांत पढक़र सुनाया एवं मंडल कोषाध्यक्ष श्री आर.जी. निंबालकर ने मार्च-अप्रैल एवं मई माह (2017) का लेखा-जोखा सदन के समक्ष पेश किया जिन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया। डॉ. आर.पी. भटनागर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मुंबई मंडल सबसे बड़ा मंडल है और इसकी शान में जरा सी भी आंच आए तो यह गंभीर चिंता का विषय बन जाता है।
मुंबई मंडल का किसी भी मायने में कमजोर होना संगठन के लिए आत्मघातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि संघ का गौरव बढ़ाने में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया है परंतु अब समय आ गया है जब संघ की प्रत्येक शाखा के कार्यकर्ता को कमरकस के मैदान में उतरना होगा। जरा सी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। आपसी सभी भेदभाव मिटाकर हमें अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। एक ओर सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों और दूसरी ओर लाल आतंक से निपटने के लिए हमें तिरंगे की आन-बान और शान रखनी है।
उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से आवाहन किया कि वह तिरंगे की आन-बान और शान के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहें। उन्होंने सभी शाखाओं को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। तदोपरांत 5-5 शाखाओं के पदाधिकारियों के साथ शाखा की गतिविधियों का आकलन करने हेतु मॉनिटर नियुक्त किए गए। अलग-अलग समूह में बैठकर व्यापक विचार विमर्श हुआ एवं भावी रणनीति तय की गई। यह प्रयोग काफी सफल एवं उद्देश्य पूर्ण रहा। सभी मॉनिटर्स ने बारी-बारी से अपनी रिपोर्ट सदन के समक्ष रखी। बारीक से बारीक पहलुओं पर चर्चा हुई। श्री प्रवीण बाजपेई ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे कर्मचारियों को आज जितने भी लाभ मिल रहे हैं उन सभी को दिलवाने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ सीआरएमएस / एनएफआईआर को जाता है।
देशभक्ति से परिपूर्ण इस संगठन का सदस्य होना अपने आप में गौरवपूर्ण है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर संपूर्ण मध्य रेलवे में जागरुकता अभियान चलाने की अपील की जिससे सभी कामगारों को तिरंगे के बैनर तले एकत्र किया जा सके। डॉ. भटनागर ने सभी वक्ताओं को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद अंत में उठाए गए सवालों एवं समस्याओं का सहजता के साथ निवारण किया। 8 घंटे तक चली यह मैराथन मीटिंग बहुत ही उद्देश्यपूर्ण एवं प्रभावशाली साबित हुई।

Leave a Reply