सीआरएमएस / एनएफआईआर का शुक्रिया!
एनएफआईआर / सीआरएमएस हमेशा ही ट्रैक मेंटेनर्स के हितों की रक्षा करने और उन्हें हर संभव लाभ दिलवाने में अग्रणी भूमिका निभाती है। मजदूर मसीहा डॉ. आर.पी. भटनागर जिन्होंने स्वंय एक पीडब्ल्यूआई के रूप में सारे प्रमोशन छोड़कर ट्रैक पर काम करने वाले रेलवे के जांबाज सिपाहियों के साथ रेल सेवा पूरी की, ने ट्रैकमेंटेनर्स (पूर्व पदनाम गैंगमैन) का प्रथम पीएनएम आयटम बनाया था। एनएफआईआर / सीआरएमएस ने टैकमेंटेनर्स को अनेकों लाभ दिलवाए। और यह सिलसिला अनवरत जारी है। एनएफआईआर ने अपने पीएनएम आयटम नं. 4/2017 (पीएमएम 110 दि. 20.02.2017) के माध्यम से ट्रैकमेंटेनर्स के लिए रिस्क एवं हार्डशिप अलाउंस का मुद्दा उठाया। सभी स्तरों पर चर्चा की ओर अंतत: दि. 10.08.2017 को रेलवे बोर्ड ने अपने पत्र क्र. PC-VII No. 33, RBE No. 87/2017 के माध्यम से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। अब ट्रैमेंटेनर्स को रु. 2700/- प्रतिमाह का रिस्क अलाउंस देय होगा जिसे 1 जुलाई 2017 से प्रभावी माना जाएगा। वास्तव में इसका पूरा श्रेय एनएफआईआर के कुशल एवं अनुभवी नेतृत्व को जाता है। डॉ. एम. राघवैय्या, महामंत्री एवं डॉ. आर.पी. भटनागर, कार्याध्यक्ष एनएफआईआर इसके लिए विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं। डॉ. भटनागर का कहना है कि ट्रैकमेंटेनर्स अपनी जान की बाजी लगाकर सुरक्षित रेल परिचालन को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके हितों की रक्षा करने में वह कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
सभी ट्रैकमेंटेनर्स तहे दिल से उनका शुक्रिया अदा करते हैं।….