आर्थिक तंगी एवं पारिवारिक कलह के चलते 19 अप्रैल को एक महिला एवं उसकी दो बेटियों ने यहां मिसरौद एवं हबीबगंज रेलवे स्टेशनों के बीच चलती ट्रेन के आगे कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस अधीक्षक भोपाल ने बताया, ‘तीनों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले हैं। शवों को देखकर लगता है कि उनकी मौत चलती ट्रेन के नीचे आने से हुई है। उन्होंने कहा- हालांकि, अभी शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है, तभी आधिकारिक तौर पर इसके बारे में स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है।
इस बीच, शाहपुरा पुलिस थाना प्रभारी जीतेन्द्र पटेल ने बताया कि मृतकों की पहचान सरजू बाई (56) एवं उसकी दो बेटियों सुषमा मीना (18) एवं सपना मीना (16) के रूप में की गई है। उन्होंने कहा कि इनके शव मिसरौद एवं हबीबगंज रेलवे स्टेशनों के बीच पटरियों पर 19 अप्रैल की सुबह पाए गए। इन्होंने रात डेढ़ बेज से 19 अप्रैल की सुबह सात बजे के बीच चलती ट्रेन के आगे कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या की है। पटेल ने बताया कि सरजू बाई समीप के रायसेन जिले के सलामतपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली थी और वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ भोपाल में एक झुग्गी में रह रही थी। यह झुग्गी उस स्थान से बिलकुल पास में ही थी, जहां से उनके शव मिले हैं।
उन्होंने कहा कि सरजू बाई का पति महाराज सिंह है और इस दंपती को चार बेटियां एवं एक बेटा था, जिनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि एक बेटी की शादी होनी थी। इसी के चलते आर्थिक तंगी से परिवार में कलह थी और इन्होंने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पटेल ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है।