– ट्रेक पर मोबाईल फोन पर बात न करें।जरूरी हो तो ट्रेक से नीचे उतर कर बात करें।

– ट्रेक का मेन्टीनेन्स करते समय कार्य स्थल से 300 मीटर दूरी व ट्रेन के विपरीत दिशा में एक ट्रेकमेन्टेनर साथी को भेजें जो ट्रेन के आने की सुचना हुटर,सिटी या आवाज लगाकर दे सके। जिसके पास लाल /हरी झंडी, हुटर, व सिटी हो।

– पेकिंग के दौरान पहले पंसाल नाप लें फिर जैक के द्वारा ट्रेक उठाकर पेकिंग कार्य करे।

– 60/52 की ट्रैक पर थ्रू पेकिंग प्रतिबंधित है। लाइन पर पड़े गच्चे की मरम्मत करे।

– यदि सेक्सन मे ज्यादा ट्रेक खराब है तो पैकिंग मशीन पेकिंग करेगी।सीमेंट स्लीपर की पैकिग मशीन से ही होती है।

– थर्मामीटर हमेशा कार्य स्थल पर रहेगा। ष्ठञ्ज +10  ट्रेक से सम्बन्धित कार्य बन्द हो जायेगा। तथा ष्ठञ्ज+20 पर पेट्रोलिंग शुरू हो जायेगी।

– कार्य स्थल पर ट्रेकमेनों के पास मिले जुले सभी औज़ार होने चाहिए।

– कार्य स्थल पर प्राथमिक उपचार पेटी पूरी प्राथमिक दवाईयों के साथ जरूर होना चाहिए।

– ट्रेकमेन के साथ कोई भी असामान्य दुर्घटना होने पर तुरन्त प्राथमिक उपचार कर 2 साथी ट्रेकमेन्टेनर उसे ट्रेन रूकवाकर या बाई रोड या जो भी व्यवस्था हो नजदीकी अस्पताल पहुचायें एंव उसका इलाज शुरू कराएं।

– कार्य करते समय एक- दूसरे साथी का विशेष ध्यान रखेगे। कोई कार्य मिलजुल कर करें कामचोरी करके दूसरे साथी पर बोझ न बढ़ाएं।

– यार्ड में कार्य करते समय 30 का कॉसन ऑडर या ब्लाक या फिर अति आवश्यक हो तो लाल बाउटा लगाकर कार्य करें।

– कभी भी बिना ट्रेनिंग के ट्रैक पर कार्य नही करें।

– पुरा विश्राम कर तथा तनाव मुक्त होकर ही ट्रेक पर चढ़ें।

– ट्रेक पर गप-सप या बातों मे ध्यान ना भटकायें।

– कार्य के दौरान ज्यादा थकान होने पर अपना कार्य साथी को सौप कर 10 मिनट रेस्ट कर पानी पी लें।

– असामान्य घटना की सम्भावना लगते ही सबसे पहले अपनी सेप्टी करे। फिर ट्रेक की सेप्टी करे।(आप सुरक्षित तो ट्रेक सुरक्षित)।

– प्रत्येक ट्रेकमेन्टेनर को ट्रेक से सम्बन्धित सेप्टी के पूरे नियम ध्यान में रखने चाहिए।

– प्रत्येक ट्रेकमेन्टेनर को प्रोटेक्सन करना जरूर आना चाहिए।जो गेट नियमो में शामिल है।

– जरूरी हो तो हेलमेट लगाकर कार्य करे।

– 2 घण्टे से अधिक ओवर टाइम होने पर half time cr / OT होगा।

– स्स्श्व का मान-सम्मान करें एंव उनके निर्देशों का पालन करें।गैरजिम्मेदाराना फरमान जो आपको अनुचित प्रतीत हो तुरन्त स्स्श्व से बोलकर संतुष्ट हो लें।

– 08 किमी से ज्यादा कही भी सेक्सन मे ड्यूटी करने पर ञ्ज्र भरा जायेगा।

– ट्रेकमेन्टेनर का परम कर्तव्य ट्रेक की सुरक्षा है,ना कि अधिकारियो की मिली भगत से आफिसों,बंगलो      व घरो में कार्य करना।

– डेड बॉडी की रखवाली 02 ट्रेकमेन्टेनर करेगे।

*पेट्रोलमैनों के नियम*

– डबल ट्रेक 2 पेट्रोलमैन 2 किलोमीटर के एरिया मे अपने प्रोटेक्शन सामग्री के साथ चलेंगे।

– फैक्चर का बरीकी से निरीक्षण करेंगे फैक्चर मिलने पर नियमानुसार प्रोटेक्सन करेंगे।

– A3 मेडीकल होने पर ही पेट्रोलिंग मे जायें।

– रात्रिकालीन पेट्रोलिंग मे पूर्ण विश्राम व नींद पूरी करके ही जायें।

– हमेशा ट्रेन के विपरीत दिशा मे चलें।

– पेट्रोलिंग के दौरान टाइम टेबल का प्रयोग करें। 2 किमी  का 3 चक्कर (फेरी) जरूर लगाये।

– कान खुले रखे तथा बीच मे गेट पडऩे पर गेटमेन से ट्रेन के बारे पूछें।

– 2 टॉर्च , फटाका, ब्रेकेट(जोड़ीदार),लाल और हरी झंडी, पाना, हथौड़ा, सिटी, 2 /1इंची ट्रेक का कटा हुआ टुकड़ा जरूर साथ रखें।

– साईनिंग सेप्टी जैकेट पहने।

– पहले दिन पेट्रोलिंग मे जाने के लिये हाफ टाइम से यूनिट कार्य छोड दें।

– सामने से ट्रेन दिखाई देते ही ट्रेक से नीचे उतर जायें।पहले अपनी सेफ्टी करें फिर ट्रेक की क्योकि जब आप सुरक्षित रहेंगे तभी तो अपना ट्रेक सुरक्षित करेंगे।

*गेटमैनों  के नियम*

– गेटमैन अपनी ड्यूटी पर एलर्ट रहें।

– गेट को छोडक़र किसी हालत मे नही जायें।

– किसी बाहरी व्यक्ति को गेट पर न बैठायें।

– गाड़ी पास करते समय हरी झन्डी बाँए और लाल झन्डी दाँए हाथ मे रखें।

– ट्रेनों मे आग से सबंधित किसी भी घटना पर गार्ड या ड्राइवर को लाल झन्डी या लाल बत्ती दिखाकर उनका ध्यानाकर्षक करें।यदि ध्यान आकर्षक करने मे विफल होते हैं तो स्टेशन मास्टर को सूचित करेंगे।एंव प्राइवेट नम्बर का आदान-प्रदान करें।

– गाड़ी के दो भाग होने पर दिन मे हरी झन्डी और रात मे सफेद बत्ती ऊपर नीचे करें और सीटी बजाकर,चिल्लाकर गार्ड या ड्राइवर का ध्यान आकर्षित करें।ध्यान आकर्षित करने मे विफल होने पर स्टेशन मास्टर को सूचित करें।एंव प्राइवेट नम्बर का आदान-प्रदान अवश्य करेंगे।

– गेट मे अवरोध या फैक्चर होने पर गेट से 5 मीटर(उचित स्थान)पर खतरा फ्लैग(लाल बावटा)या खतरा बत्ती(लाल बत्ती)लगाएं। एंव लाल बत्ती या लाल झन्डी लिये हुये गाड़ी आने कि दिशा मे 600 मीटर पर एक और 1200 मीटर पर तीन पटाखे(2 पटाखे ड्राइवर साइड एंव 1 पटाखा विपरीत साइड) पटरी पर लगाएं। लौटते समय 600 मीटर पर रखा पटाखा उठा लें। फिर स्टेशन को सूचना दें।स्टेशन मास्टर को सूचना देते समय प्राइवेट नम्बरों का आदान-प्रदान अवश्य करें।यदि ट्रेन दिखाई दे रही है तो जहाँ तक पहुच सकते हैं वही पर तीन पटाखे बाध दें। फिर स्थानीय लोगो की मदद से गेट पर अवरोध या फैक्चर ठीक करें। पटाखे फूटने पर ड्राइवर पटाखे देंगे। और पटाखे से 45 मीटर दूर खड़े होंवें।

*चाबीदार के सेप्टी नियम*

– सेक्सन मे हमेशा डबल चाबीदार चलेंगे।

– प्रोटेक्सन का पूरा सामान साथ मे रखेंगे

– 3  मेडीकल पास ही चाबीदार का कार्य करेंगे।.

– वरिष्ट व योग्यताधारी ट्रेकमेन्टेनर को ही चाबीदार बनाया जाता है।

– 4 किमी के सेक्सन मे 2 चाबीदार निरीक्षण करेंगे।

– किसी भी प्रकार से ट्रेक असामान्य दिखने पर तुरन्त सूचना युनिट इनचार्ज व  स्स्श्व  को दे तथा स्वयं प्रोटेक्सन करे।

–  .चाबीदार सेक्सन का पूर्ण जवाब देही ट्रेकमेन्टेनर होता है। उसे सेक्सन का मालिक भी कहते हैं।

–  चाबीदारी  इनचार्ज के बाद सबसे वरिष्ठ ट्रेकमेन्टेनर होता है।

– रोज सेक्सन की पूरी जानकारी  ह्यह्यद्ग  को देता है।

– चाबीदार ट्रेक से सम्बन्धित सभी प्रकार के कार्यो मे निपुण होता है।

– चाबीदार किसी भी प्रकार के सामान /औज़ार /ट्रेक सम्बन्धी आवश्यक सामग्री की कमी होने पर तुरन्त  स्स्श्व  को बतायें।

*मेट (mate)/ इनचार्ज के कर्तव्य*.

– सभी ट्रेकमेन्टेनर ड्यूटी टाइम टूल रूम पर आते ही हस्ताक्षर करवा कर मेन्टेनेस कार्य की पोजीसन बताऐ।

–  इंनचार्ज अपने साथ प्रोटेक्सन का पूरा सामान लें।

–  साथ में झंडी /बावटा, प्राथमिक उपचार पेटी, हुटर, थर्मामीटर ,यूनिट पोजीशन के पुरे दस्तावेज, तख्ता -पंसाल को रखें।

– यूनिट इंचार्ज वरिष्ठ ,पढा -लिखा ,पंसाल का जानकार ,ट्रेकमेन्टीनेन्स के कार्य में दक्ष होगा।

–  कार्य करवाते समय कोई दुर्घटना न हो इसका  विशेष ध्यान रखे।

–  किसी के भी दबाव में आकर या रिश्वत लेकर भेदभाव ना करें।

–  दबाव की पोजीसन की सिकायत तुरन्त बड़े अधिकारियों से करे।

–  झगड़ा या मनमुटाव यूनिट मे न होने दे।

–  किसी ट्रेकमेन्टेनर का स्वास्थ्य असामान्य होने पर अपने अधिकार क्षेत्र में उसे आराम दे सकते हैं।

 

विशेष : बाबू(शह्य) /लिपिक कार्य में देरी या रिश्वतखोरी करे तथा एक बार मे ऑफिस कार्य की पूर्ण जानकारी न दे तो तुरन्त मैसेज बड़े अधिकारियो को डाल दे। जिससे आप तनाव मुक्त रहेंगे व आपका कार्य भी गुणवत्तायुक्त होगा।

नोट : ये सभी नियम/कर्तव्य सामान्य है आपातकालीन स्थिति मे सक्षम अधिक द्वारा नियम बदले जा सकते हैं।

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