रामपुर रेल हादसे में फॉरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट ने रेल अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जीआरपी को सौंपी गई रिपोर्ट में जांच की आंच रेल अफसरों तक पहुंच रही है। फोरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट में न तो पटरी काटने की कोई पुष्टि हुई और न ही घटना स्थल पर कोई विस्फोटक पदार्थ मिला।

जांच में पटरी सामान्य रूप से चटकी पाई गई है। हालांकि हेडक्वार्टर की गठित सीएजी कमेटी की जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। इसके बाद ही हादसे की सच्चाई सामने आएगी। पंद्रह अप्रैल को रामपुर रेलवे स्टेशन से दो किमी पहले राज्यरानी एक्सप्रेस की दस डिब्बे पटरी से उतर गई थी।

हादसे के बाद जीआरपी ने रेल अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज कराया था। साथ ही टूटी पटरी को कब्जे में लेकर जांच के लिए फोरेंसिक लैब मुरादाबाद भेज दिया था। हादसे के सात दिन बाद को फोरेंसिक लैब ने अपनी जांच रिपोर्ट जीआरपी को सौंप दी है।

फोरेंसिक लैब में टूटी पटरी की जांच की गई तो उसमेें काटने जैसी कोई बात सामने नर्हीं आई। पटरी न तोड़ी गई और न ही काटी र्गई। यही नहीं घटना स्थल पर किसी तरह के विस्फोटक पदार्थ की पुष्टि भी नहीं हो सकी है। पटरी सामान्य रूप से चटकी पाई गई।

एसपी रेल शगुन गौतम ने बताया कि लैब की जांच रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में पटरी से छेड़छाड़ या काटने की पुष्टि नहीं हुई हैै। रेल लाइन सामान्य रूप से टूटी पाई गई है। रिपोर्ट के आधार पर जीआरपी आगे की कार्रवाई करेगी।

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