नई दिल्ली, अपने स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के लिए रेलवे अब रेल की पटरियों का भी स्वच्छता सर्वे करेगा। यह सर्वे एक स्वतंत्र संस्था द्वारा व्यस्त रूटों पर किया जाएगा। इस सर्वे के बाद रेलवे अपने सभी 16 जोन को उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग देगा। रेलवे ने हाल ही में क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा 407 स्टेशनों पर किए गए एक सर्वे के आंकड़े जारी किए हैं। इस सर्वे में इन स्टेशनों को स्वच्छा के आधार पर रैंकिंग दी गई है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में भागीदार के रूप में ट्रैक को स्वच्छ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे ट्रैक पर कई जगहों पर बचा हुआ खाना, प्लास्टिक की बोतलें, पेपर बॉक्स आदि फैले रहते हैं। ट्रेनों से निकलने वाला मल-मूत्र भी चिंता का विषय है। अधिकारियों के मुताबिक मल-मूत्र और कचरे से ट्रैक खराब हो रहे हैं। कई रेलवे मंडल स्टेशनों के आस-पास ट्रैक को साफ रखने के लिए मशीनों की सहायता ले रहे हैं। इसके अलावा कुछ ट्रेनों में लगे बायॉ-टॉइलट के चलते ट्रैक पर अब मल-मूत्र की गंदगी कम होती है।