निजामुद्दीन से दुर्ग की ओर जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस 26 अप्रैल को पहली बार ग्वालियर पहुंची। ट्रेन को अत्याधुनिक तरीके से तैयार किया है। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण निजामुद्दीन से चलने से पहले पहले ही इसमें शरारत्ती तत्वों ने नल की टोटियां निकाल लीं। आनन-फानन में ट्रेन में पुरानी टोटियां लगाकर ट्रेन को रवाना किया। 22 अप्रैल को दुर्ग से चलकर निजामुद्दीन पहुंची इस ट्रेन को दो दिन तक निजामुद्दीन स्थित तुगलकाबाद स्टेशन खड़ी थी। 25 अप्रैल को ट्रेन को चैक किया तो ट्रेन के बी-1 से बी- 7 तक की लगभग बीस नलों की टोटियां गायब थीं। 26 अप्रैल की सुबह 8.30 बजे ट्रेन को निजामुद्दीन से चलना था। इसलिए ट्रेन के इन कोचों में पुराने नलों की टोटियों को लगाकर ट्रेन को रवाना करवाया गया। 26 अप्रैल को आई हम सफर एक्सप्रेस में ग्वालियर से भी यात्रियों ने सफर किया। ग्वालियर स्टेशन पर आने के बाद पहले दिन 29 यात्रियों को लेकर यह ट्रेन रवाना हुई। ट्रेन का प्रचार-प्रसार ज्यादा न होने के कारण ट्रेन में लगभग छह सौ सीटे खाली रहीं।