भारतीय रेल से जुड़े रोचक तथ्य

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रोचक जानकारी

नेटवर्क के मामले में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी भारतीय रेलवे लगभग 2.50 करोड़ लोगों की जीवनरेखा है, जो इसे हर दिन इस्तेमाल करते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं हमारी भारतीय रेलवे के बारे में कुछ रोचक तथ्य…

विशालकाय सेवा नेटवर्क
करीब 65,000 किलोमीटर लंबे नेटवर्क पर हर दिन 11,000 ट्रेनें चलाईं जाती हैं।

सबसे बड़ा एंप्लॉयर
भारतीय रेलवे करीब 15 लाख लोगों रोजगार देता है। फोब्र्स के मुताबिक यह दुनिया का 9वां सबसे बड़ा एंप्लॉयर है।

सबसे लंबी और सबसे छोटी यात्रा
भारतीय रेलवे सबसे लंबी और सबसे छोटी दूरी की अनोखी यात्रा कराती है। डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी के बीच चलने वाली विवेक एक्सप्रेस कुल 4286 किलोमीटर की दूरी तय करती है जबकि नागपुर से अजनी के बीच महज 3 किमी. के लिए भी ट्रेन चलाई जाती है।

नॉन स्टॉप-फुल ऑफ स्टॉप्स
त्रिवेंद्रम-निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस वड़ोदरा से कोटा के बीच 528 किमी. की दूरी महज 6.5 घंटे में बिना किसी स्टॉपेज़ के पूरी करती है। यह भारत की सबसे लंबी नॉन स्टॉप ट्रेन है। वहीं हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस सबसे ज्यादा 115 स्टेशनों पर रुकती है।

सबसे तेज़ और सबसे धीमी ट्रेन
नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। इसकी सर्वाधिक गति 150 किमी. प्रति घंटा है। वहीं नीलगिरी एक्सप्रेस 10 किमी. की औसर गति के साथ देश की सबसे धीमी ट्रेन है।

सबसे ज्यादा देरी से चलने वाली ट्रेन

गुवाहाटी-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस सामान्य तौर पर 10-12 घंटों की देरी से चलती है, जिसके चलते इसकी यात्रा में लगने वाला कुल समय 65 घंटों तक का हो जाता है।

सबसे लंबे और सबसे छोटे नाम वाले स्टेशन
चेन्नै के नजदीक अराकोनम-रेनीगुंटा सेक्शन पर वेंकटनारासिम्हाराजूवरिपेटा (Venkatnarsimharajuvaripeta) स्टेशन है जिसका नाम सबसे लंबा है। वहीं ओडिशा के झारसुगुडा के नजदीक स्टेशन इब (IB) और गुजरात के आणंद के नजदीक ओड (OD) सबसे छोटे नाम वाले रेलवे स्टेशन हैं।

दो राज्य, एक स्टेशन
नवापुर ऐसा रेलवे स्टेशन है जो दो राज्यों की सीमा के अंतर्गत आता है। इसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र की सीमा के तहत जबकि बाकी का आधा हिस्सा गुजरात की सीमा में है।

दो स्टेशन, एक जगह
वहीं महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में श्रीरामपुर और बेलापुर ऐसे दो रेलवे स्टेशन हैं जो ट्रैक के आमने-सामने स्थित हैं।

सबसे बड़ी आपदा
6 जून 1981 को बिहार की बागमती नदी में एक यात्री ट्रेन के गिर जाने से करीब 800 लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना भारत की सबसे बड़ी रेल दुर्घटनाओं में से एक है।

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