टाटानगर रेलवे लोको कॉलोनी में जमीन के नीचे तार फैलाकर लोग बिजली चोरी करते हैं। १६ जून को रेलवे और आरपीएफ की जांच में यह सामने आया। बिजली चोर की योजना से रेल अधिकारी भी हतप्रभ हैं। टाटानगर के सहायक मंडल विद्युत अभियंता आंनद लोरेंश भी जांच अभियान में शामिल थे। क्योंकि मेंस कांग्रेस ने गुरुवार को बाइस दिनों से बिजली की आंख मिचौली होने के खिलाफ विद्युत रेल अधिकारी के कार्यालय का घेराव कर आंदोलन की चेतावनी दी थी। अवैध बस्तियों में सप्लाई : रेलवे के अनुसार लोको कॉलोनी के आसपास की अवैध बस्ती में ही जमीन के नीचे से बिजली आपूर्ति कर माफिया रकम की उगाही करते थे। लेकिन अब रेलवे कॉलोनी की बिजली चोरी नहीं होंगे। आरपीएफ के सहयोग लगातार विभिन्न बस्तियों व कॉलोनियों में अभियान चलेगा। स्टेशन चौक पर भी चोरी: स्टेशन चौक की दुकानों में रेलवे की बिजली सप्लाई होने की चर्चा अधिकारियों में हैं। तीन वर्ष पहले भी जांच के दौरान बिजली के तार जब्त हुआ था, जिन्हें जेनरेटर के नाम पर फैलाया गया था। विधुत रेल अधिकारी के अनुसार टाटानगर की सभी रेल कॉलोनियों और व्यवसायिक क्षेत्र में अभियान चलाकर बिजली की चोरी रोकेंगे। सुधरेंगे हालात: रेलकर्मियों के अनुसार अगर अधिकारियों ने बिजली चोरी पर रोक लगा दिया तो कॉलोनी की स्थिति में सुधार हो जाएगा। अंडरग्राउंड केबल को जब्त कर विधुत रेल अधिकारी ने उल्लेखनीय कार्य किया है क्योंकि अवैध कनेक्शन कटने से लोड शेडिंग की समस्या दूर हो जाएगी।