मैं हूं रेलवे का बदहाल पार्क। कभी मेरी गोद में रेलवे कॉलोनी के बच्चे खेलते व चहकते थे, बड़े- बूढ़े चहल कदमी किया करते थे, लेकिन आज रेलवे प्रबंधन ने मेरे दामन पर बदनुमा दाग लगा दिया है। मेरे आंगन में खिलने वाले फूल, पत्तियां सूख गये हैं। अब नाला बहता हैं, अवैध वेंडर्स ने कब्जा जमा लिया है। मेरी बदहाली देख कर अब कोई बच्चा नहीं आता। जी हां, यह दर्द उस रेलवे पार्क की है, जो सुभाष नगर रेलवे कॉलोनी के पास बना हुआ है, जो कि पिछले पांच वर्ष से बदहाल स्थिति में यूं ही पड़ा है। रेलवे अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पार्क बना अवैध वेंडर्स का अड्डा
रेलवे कॉलोनी के पास बना हुआ यह पार्क अब अवैध वेंडर्स का अड्डा बन गया है। सुभाष नगर की ओर से आने वाले वेंडर्स पूरे दिन यहीं पड़े रहते थे। जब भी कोई ट्रेन आती है खाद्य सामग्री लेकर दौड़ पड़ते हैं। खाने- पीने का समान ट्रेन में यात्रियों को बेचने के बाद पुन: पार्क के पास आ जाते हैं। क्योंकि, प्लेटफार्म से 50 मीटर की दूसरी पर होने की वजह से जांच के दौरान रेलवे अधिकारी, आरपीएफ और जीआरपी नहीं आती है। जिसके चलते वह आसानी से कार्रवाई से बच निकलते हैं। अवैध वेंडर्स के अलावा पार्क में खुला हुए नाला का पानी बहता रहता है। बड़ी- बड़ी घास उग आई है। दिन भर सुअर, स्ट्रीट डॉग्स और बंदरों का डेरा रहता है।
रेलवे प्रबंधन नहीं दे रहा है ध्यान
कॉलोनी के लोगों ने पार्क की बदहाली की शिकायत कई बार अधिकारियों और वर्तमान आईओडब्ल्यू से की है, लेकिन इसके बाद भी पार्क के सुधार के लिए अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं, जिसकी वजह से कॉलोनी वासियों में काफी नाराजगी है। इस पार्क को 12 वर्ष पहले एनआर के आईओडब्ल्यू पीआर शर्मा ने बनवाया था। पार्क में झूले थे, सीमेंट के बेंच बने हुए थे। इसके अलावा और भी कई चीजें बनी हुई थी। 2015 में हिमाचल के रहने वाले पीआर शर्मा के रिटायर होने के बाद पार्क बदहाल होने लगा। उसके बाद रेलवे के किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया.
पार्क की सुधार के लिए इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को बोलूंगा। ताकि, पार्क को जल्द ही रेनोवेट किया जा सके।
– चेतन स्वरूप शर्मा, एसएस, जंक्शन
(साभार : http://inextlive.jagran.com/)