बारां, कोटा-रूठियाई सेक्शन पर २२ जून को दोपहर कैशोली-छबड़ा रेलवे स्टेशन के बीच अचानक कोटा से बीना की ओर जा रही एक मालगाड़ी कपलर खुल जाने से दो हिस्सों में बंट गई। बाद में रेल कर्मचारियों ने कपलर जोडक़र गाड़ी को रवाना किया। इस दौरान करीब सवा घंटे तक रेल यातायात जाम रहा।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि कोटा से बीना की ओर जा रही मालगाड़ी दोपहर करीब एक बजे बारां रेलवे स्टेशन से पास हुई थी। कैशोली रेलवे स्टेशन से पास होने के बाद कैशोली व छबड़ा के बीच अचानक एक कोच का का कपलर खुल गया तथा मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई। इससे प्रेशर ड्रॉप होते ही मालगाड़ी की रफ्तार कम हो गई, गाड़ी ब्रेक लग गए तथा चालक को पता लगने पर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई तथा वापस कपलर जोडक़र गाड़ी को रवाना किया गया।
इस दौरान बीना से कोटा की ओर जा रही पैसेंजर ट्रेन 3.42 बजे छबड़ा पहुंच गई थी। उसे दो मिनट बाद 3.45 बजे कोटा के लिए रवाना किया जाना था, लेकिन इसी दौरान लाइन पर मालगाड़ी के दो हिस्सों में बंटने की सूचना से ट्रेन को छबड़ा में रोके रखा गया। बाद में शाम पांच बजे कोटा-बीना ट्रेन को कोटा के लिए रवाना किया गया। कोटा-बीना ट्रेन से बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी बारां व कोटा के लिए सफर करते हैं। छबड़ा के अलावा सालपुरा व अटरू स्टेशनों पर कर्मचारी ट्रेन के आने का इंतजार करते रहे। अन्य यात्री भी परेशान रहे।
ट्रेन के नीचे आने से रेलवे कर्मी की मौत
कालांवाली (सिरसा), क्षेत्र के गांव लक्कड़वाली में ट्रेन की चपेट में आने से एक रेलवे कर्मी की मौत हो गई। मृतक की पहचान सुरेंद्र कुमार निवासी कालांवाली के रूप में हुई है। रेलवे पुलिस के सब इंस्पेक्टर धर्मपाल ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। पोस्टमार्टम के लिए शव को सिरसा के सरकारी अस्पताल भेजा गया। जानकारी के अनुसार करीब 36 वर्षीय सुरेंद्र कुमार गांव सुखचैन स्थित रेलवे स्टेशन पर गैंगमैन के तौर पर कार्यरत था। वह गांव सुखचैन में स्थित रेलवे क्वार्टरों में ही रह रहा था। शनिवार सुबह सुरेंद्र सिंह का शव रेलवे लाइन पर कटा हुआ मिला। इसकी सूचना रेलवे कर्मचारियों ने रेलवे पुलिस को दी जिस पर रेलवे पुलिस के सब इंस्पेक्टर धर्मपाल ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल का जायजा लिया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिरसा भेजा। सुरेंद्र कुमार के पत्नी के अलावा एक लडक़ा और चार पुत्रियां हैं।