दपूम रेलवे को मिली राहत, अब काम को मिलेगी गति
नागपुर, नागपुर-कलमना डबल लाइन के लिए अब रास्ता साफ हो गया है। राह में रोड़ा बने अतिक्रमण को दपूम रेलवे नागपुर ने हटवा दिया है। नागपुर-कलमना स्टेशन के मध्य दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की भूमि से 187 अतिक्रमण हटाया गया।
– नागपुर-कलमना के बीच पटरियों से लगी जमीन पर करीब 190 परिवार अवैध कब्जा जमाकर बैठे थे। इससे इस रूट पर सिर्फ इतने ही हिस्से में ट्रैक के दोहरीकरण का काम कई वर्षों से अटका पड़ा था।
– पिछले वर्ष की गई अतिक्रमण उन्मूलन कार्रवाई में मोतीबाग क्षेत्र से लगे करीब 120 परिवारों को हटाकर मनपा की ओर से आवास आवंटित कराए गए थे। इस दौरान रेलवे, प्रशासन और पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।
– नागपुर-कलमना रेलमार्ग के दोहरहीकरण की राह में अतिक्रमण बड़ी बाधा था। इसकी वजह से पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से काम सुचारू नहीं हो पा रहा था।
– वर्तमान में नागपुर से कलमना जाने के िलए एक ही रेल मार्ग रहने से यहां गाडिय़ों का संचालन प्रभावित होता है। नागपुर के यात्रियों की सुविधा एवं हावड़ा-मुंबई मार्ग पर गाडिय़ों की संख्?या बढ़ाने की लिहाज से यह कार्य बहुत महत्वपूर्ण है।
– 4.50 कि.मी. के दोहरीकरण में सिर्फ 600 मीटर के अतिक्रमण प्रभावित क्षेत्र को छोडक़र शेष कार्य पूरा कर लिया गया है। इसमें से 114 अतिक्रमणकारियों को 19 जनवरी 2016 को हटाया गया था।
– बचे हुए 73 अतिक्रमणकारियों में से पात्र 57 अतिक्रमणकारियों को राज्य शासन के पुनर्वसन नीति के तहत झोपडपट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण नागपुर की ओर से वांजरा में पुनर्वसन कराया गया।
– रेलवे ने इसी साल 15 से 19 मई तक अतिक्रमणकारियों को हटाने की कार्रवाई की थी। इस दौरान सभी 73 अतिक्रमणों को हटाया गया। हालांकि इन अतिक्रमण को हटाते वक्त रेलवे को विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन कार्रवाई पूरी की गई।
– ज्ञात हो कि मंडल रेल प्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल ने पिछले माह कहा था कि हम 15 अगस्त तक नागपुर-कलमना दोहरीकरण का काम पूरा कर देंगे, लेकिन इसके लिए लश्करीबाग में पसरा अतिक्रमण हटाना जरूरी है।
– हालांकि 15 अगस्त की डेडलाइन के आधार पर अतिक्रमण हटाने में करीब 1 महीने की देरी हो गई है। लेकिन संबंधित अधिकारियों का कहना है कि लोग अवैध कब्जा छोड़ चुके हैं। इससे हमारा काम आसान और तेज हो जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि हम 15 अगस्त को ही दोहरीकरण का काम पूरा कर दें।