मुंबई डिवीजऩ के सभी सफाई कर्मचारियों को अपना अधिकार दिलाने के लिए सेंट्रल रेलवे कांटे्रक्ट संघ ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। इस प्रकार अभी जो कामगारों की गंभीर समस्या न्यूनतम वेतन के बारे में चल रही है इसके लिए सीआरसीएलएस की तरफ से संबंधित रेल अधिकारी तथा ठेकेदारों को पत्राचार द्वारा सूचित किया गया है। सेंट्रल रेलवे कॉन्ट्रैक्ट लेबर संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि १९.01.2017 से न्यूनतम वेतन रुपए 523/- जो कामगारों को नहीं मिला है। इसके बाद ०1.०4.२०17 से रुपए 536 जो पगार हुई है वह भी कामगारों को नहीं मिली है। इसके विरोध में सेंट्रल रेलवे कांट्रैक्ट लेबर संघ ने संबंधित रेल अधिकारी तथा ठेकेदारों के प्रति संघर्ष को तीव्र करते हुए चेतावनी दी है कि 19.०6.2017 तक कामगारों का न्यूनतम वेतन के हिसाब से एरियर के साथ देना पड़ेगा अन्यथा जो भीषण संघर्ष होगा इसके लिए रेल प्रशासन तथा संबंधित ठेकेदार (ए टू जेड व ऑल सर्विसेस) पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे। इस प्रकार की चेतावनी सेंट्रल रेलवे कॉन्ट्रैक लेबर संघ ने दी है।